कांग्रेस पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी अपना 76वां जन्मदिन मनाने राजस्थान के रणथंबोर आई हुई है। 37 साल पहले भी इसी तरह पूरा परिवार एक साथ जुड़ा था, पर इस बार राजीव गांधी नहीं थे। कयास लगाए जा रहे है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का नाम रणथंबोर में ही हो सकता है डिसाइड।
सवाई माधोपुर (sawai madhopur). 75 साल की सोनिया गांधी ने अपने बेटे राहुल गांधी को तगड़ा सरप्राइस दिया। बेटा मां को गिफ्ट देता, लेकिन मां ने इससे पहले ही बेटे को रिटर्न गिफ्ट दे डाला। दरअसल राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर हैं और वे कई राज्य घूम कर वर्तमान में राजस्थान में यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं। वर्तमान में यात्रा का पड़ाव कोटा, बूंदी शहर है और अगले सप्ताह यात्रा का पड़ाव सवाई माधोपुर और दौसा जिले में रहने वाला है।
मां के जन्मदिन रणथंबौर को घूमने का प्लान बनाया
सवाई माधोपुर के रणथंबोर क्षेत्र से होकर भी यात्रा गुजरने वाली है। इस दौरान राहुल गांधी और उनकी टीम का रणथंबोर घूमने का कार्यक्रम था, लेकिन मां के जन्मदिन पर रणथंबोर घूमने से अच्छा क्या हो सकता था। मां सोनिया गांधी ने अचानक कार्यक्रम बनाया और बेटी प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी दोनों के साथ मिलकर वे रणथंबोर पहुंची। सभी लोग अलग-अलग समय पर पर पहुंचे, लेकिन सभी ने एक साथ रणथंबोर में भ्रमण किया।
इस बार परिवार को राजीव गांधी की कमी खली
इससे पहले सोनिया गांधी अपने पूरे परिवार के साथ 1985 में रणथंबोर पहुंची थी। उस समय राजीव गांधी भी साथ थे। इस बार भी वे अपने परिवार के साथ पहुंची ,लेकिन इस बार राजीव गांधी साथ नहीं थे। 75 साल की सोनिया गांधी इस दौरान जरूर इमोशनल हो गई।
गांधी परिवार का रणथंबोर से बेहद खास है रिश्ता
दरअसल गांधी परिवार का रणथंबोर से रिश्ता बेहद इमोशनल है। प्रियंका गांधी वाड्रा हर साल लगभग 1 से 2 बार रणथंबोर पहुंचती हैं और 3 से 5 दिन का स्टे करती हैं। वही राहुल गांधी भी दो-तीन साल में एक बार रणथंबोर का भ्रमण जरूर कर ही लेते हैं। सोनिया गांधी भी कई बार रणथंबोर आई है। सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी गुरुवार दोपहर से पहले ही रणथंबोर पहुंच गए थे और शाम होने से पहले एक बार उन्होंने टाइगर सफारी का आनंद उठाया। गूलर बांध और मलिक तालाब के नजदीक बाघ और बाघिन के अठखेलियां सोनिया और उनके परिवार ने देखी। आज सवेरे भी टाइगर सफारी का प्लान था, लेकिन सर्दी ज्यादा होने के कारण ऐसा हो नहीं सका।
4 दिन के कार्यक्रम के दौरे पर आई है सोनिया गांधी, भारत जोड़ो यात्रा में होगी शामिल
दोपहर बाद टाइगर सफारी करने की तैयारी फिर से की गई, लेकिन वह भी उपयुक्त नहीं हो सकी। उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी राजस्थान के 4 दिन के कार्यक्रम पर आई हैं। वह गुरुवार दोपहर राजस्थान पहुंची थी और रविवार शाम को उनका यहां से जाने का कार्यक्रम है। इस दौरान अधिकतर समय रणथंबोर में रहेंगी और उसके बाद राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में भी वह शामिल हो सकती हैं।
बताया जा रहा है कि शनिवार और रविवार को कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ भी चर्चा की जा सकती है हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर। सोशल मीडिया पर तो यहां तक चर्चा जारी है कि प्रियंका गांधी वाड्रा को हिमाचल की बागडोर दी जा सकती है।