त्नी को मायके से ले जाने को ससुराल आया फिर किसी बात पर हुआ विवाद पिता को रिश्तेदार के घर छोड़कर गए युवक का श्मशान के पेड़ पर लटका मिला शरीर।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के दांतारामगढ़ कस्बे के कुली गांव में तब सनसनी फैल गई जब ससुराल आए एक युवक का शव शमशान घाट के पेड़ से लटका। मृतक डूंगरी रेनवाल निवासी जितेन्द्र पुत्र रामचंद्र गेनड़ था। उसके शव के पास उसकी बाइक भी खड़ी मिली। सुबह वहां से गुजर रहे लोगों ने उसका फंदे पर झूलता शव देखा तो सरपंच को इसकी जानकारी दी। सरपंच की सूचना पर दांतारामगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंची। श्मशान घाट स्थित ग्रेवल रोड के पास स्थित पेड़ से शव को नीचे उतरवाकर पुलिस ने उसे खाचरियावास के स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में पहुंचाया। जहां परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
पत्नी को लेने आया था ससुराल
जानकारी के अनुसार मृतक जितेन्द्र का अपनी पत्नी के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा था। करीब तीन साल से पत्नी ससुराल छोड़कर अपने बच्चों के साथ पीहर में रह रही थी। जिसे लेने के लिए चार दिन पहले जितेन्द्र अपने पिता व समाज के अन्य लोगों के साथ ससुराल आया था। यहां ससुराल वालों से उसकी फिर किसी बात पर झड़प हो गई। जिसमें मामला मारपीट तक पहुंचने पर उसकी पत्नी ने दांतारामगढ़ थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया था। लेकिन, बाद में दोनों पक्षों के बीच गुरुवार को समझौता हो गया। इसके बाद जितेन्द्र का पिता गांव में ही एक परिचित के घर रुक गया और खुद जितेन्द्र अपने गांव डूंगरी रेनवाल लौट गया। पर इसके बाद वह वापस कुली गांव कब आया और किन हालातों में उसकी मौत हुई ये अब तक अनसुलझी पहेली है। जिसे लेकर पुलिस छानबीन कर रही है।
तीन बच्चों का पिता था मृतक
जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय मृतक जितेंद्र तीन बच्चों का पिता था। तीनों बच्चे भी पिता से दूर अपनी मां के साथ ननिहाल में रह रहे थे। इसे लेकर वह काफी तनाव में रहता था। नजदीकी लोगों के अनुसार जितेन्द्र अपनी पत्नी व बच्चों को वापस ले जाना चाहता था। जिसे लेकर ही वह अपने परिजनों व परिचितों के साथ अपने ससुराल आया था। पर यहां उसका ससुराल वालों से विवाद हो गया। जो समाजजनों की मदद से सुलह होने तक पहुंच गया था।
घटना देख जुटी भारी भीड़
जैसे ही इस घटना के बारे लोगों को पता चला तो इसकी सूचना पूरे गांव में आग की तरह फैल गई। कुछ देर में ही मौके पर सैंकड़ों लोग इकट्ठा हो गए। इस बीच उसी गांव में अपने रिश्तेदार के घर रुके पिता रामचंद्र भी मौके पर पहुंच गए। जैसे ही उन्होने अपने बेटे को फंदे से लटका देख वो फूट फूटकर रोने लगे।