10 साल छोटी नाबालिग पर आया युवक का दिल, घर में अकेला पाकर कर दी ये हरकत, मां पहुंची थाने तो नहीं लिखी रिपोर्ट

राजस्थान के सीकर में एक युवक का दिल अपने से 10 साल छोटी नाबालिग लड़की पर आ गया। फिर क्या था जैसे ही उसे अकेला पाया तो घर में घुस कर बहला फुसलाकर भगा ले गया। पीड़िता की मां की शिकायत पर तीन महीने बाद अरेस्ट कर शुक्रवार के दिन कोर्ट में पेश किया गया।

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 2, 2022 3:08 PM IST

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के अजीतगढ़ थाना इलाके में एक 25 वर्षीय युवक का दिल 15 साल की नाबालिग पर आ गया। जब उसकी मां मजदूरी करने  गई तो  अकेली जानकर वह पीछे से उसके घर में घुस गया। आरोप है कि इसके बाद आरोपी ने उसे बहलाया फुसलाया और फिर लाखों के गहने व रुपए लेकर उसे साथ ले गया। नाबालिग की मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी को तीन महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ रह रही नाबालिग को भी दस्तयाब किया गया है। थानाधिकारी सुनिल कुमार जांगिड़ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अजीतगढ़ थाना इलाके के ही आसपुरा गांव का कुम्हारों का मोहल्ला निवासी ओमप्रकाश कुमावत उर्फ संजू कुमावत (25) पुत्र गोकुल कुमावत है। जिसे शुक्रवार के दिन कोर्ट में भी पेश किया गया। 

तीन महीने पहले गायब हुई थी नाबालिग
मामले में नाबालिग की मां ने तीन महीने पहले अजीतगढ़ पुलिस थाने में रिपोर्ट दी थी। जिसमें उसने बताया कि वह गरीब महिला है, जो मजदूरी करके जैसे- तैसे परिवार को पालती है।  26 अप्रैल को जब वह मजदूरी के लिए गई तो उसकी 15 वर्षीय नाबालिग बेटी घर में अकेली थी। इसी दौरान मौके का फायदा उठाकर आसपुरा निवासी संजू कुमावत घर में घुस गया और बहला-फुसलाकर उसकी बेटी का अपहरण कर फरार हो गया। रिपोर्ट के अनुसार आरोपी घर से चांदी के जेवर और 10 हजार रुपए नगद के अलावा काफी सामान भी चुरा ले गया। जब वह मजदूरी से वापस लौटी तो बेटी गायब मिलने पर उसने आसपास में उसकी तलाश की। नहीं मिलने पर रिश्तेदारों से पूछा। इस पर उसे रिश्तेदारों ने संजू कुमावत द्वारा उसकी बेटी का अपहरण किये जाने की जानकारी हुई। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की। जो तीन महीने बाद पूरी हुई।

पहले पुलिस ने दर्ज नहीं किया मामला
पुलिस में मामला कोर्ट के इस्तगासे के जरिये दर्ज हुआ था। नाबालिग की मां का आरोप है कि घटना के बाद जब वह अजीतगढ़ थाने पहुंची तो पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इस पर उसे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। जिसके बाद कोर्ट के इस्तगासे से अजीतगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। बाद में पुलिस ने नाबालिग व आरोपी की तलाश की तो तीन महीने बाद दोनों पकड़े गए।

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