सीकर जिले की फतेहापर पुलिस ने एक मां की मांग पर उसके बेटे का शव आठ दिन बाद कब्र से वापस बाहर निकाला है। क्योंकि मां ने बेटे की पत्नी द्वारा हत्या करने की आशंका जताई। जिसके बाद मामले की जांच के लिए एसडीएम दयानंद रुहेल की मौजूदगी में शव रविवार को कब्र से बाहर निकला गया।
सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर कस्बे में एक मां की मांग पर उसके बेटे का शव आठ दिन बाद कब्र से वापस बाहर निकाला गया। यहां मोमीनपुरा मोहल्ले में दो जुलाई को 29 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी। जिसे नजदीक ही एक कब्रिस्तान में दफना दिया गया था। लेकिन, इसके बाद मां ने पुलिस के पास पहुंचकर बेटे की बहु द्वारा हत्या किये जाने की आशंका जताई। जिसके बाद मामले की जांच के लिए एसडीएम दयानंद रुहेल की मौजूदगी में मृतक का शव रविवार को फिर कब्र से बाहर निकला गया। जिसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर फिर उसे दफनाया गया। कोतवाल उदयसिंह ने बताया कि मोमीनपुरा निवासी मकबूल की दो जुलाई को मौत हो गई थी। जिसका शव उसी दिन दफना दिया गया था। लेकिन, बाद में उसकी मां ने बेटे की हत्या की आशंका जताई। जिसके बाद सभी परिजनों की सहमति से उसका शव कब्र से बाहर निकलवाकर मामले की जांच के लिए उसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया है।
मौत के दिन शादी में गई थी मां, पत्नी ने खोला मौत का राज
मामले में मृतक मकबूल की मां ने अपनी बहु व एक बंगाली चिकित्सक द्वारा बेटे की हत्या की आशंका जताई है। उसने बताया कि जिस दिन मकबूल की मौत हुई उस दिन वह एक शादी में गई हुई थी। जब घर आई तो मकबूल का जनाजा उठाया जा रहा था। जिसे देख वह बेसुध हो गई। पर जब अगले दिन उसने अपनी बहु से बेटे के बारे में पूछा तो उसने मौत की वजह फांसी बताई। मां का आरोप है कि मकबूल की पत्नी ने एक बंगाली चिकित्सक के सहयोग से उसकी हत्या की है। जिसकी जांच होनी चाहिए।
मेडिकल बोर्ड गठित कर सहमति से निकाला शव
कोतवाल उदयसिंह ने बताया कि मृतक की मां की हत्या की आशंका पर पुलिस ने मृतक के भाइयों व अन्य परिजनों से भी हत्या की जांच व शव कब्र से बाहर निकालने को लेकर वार्ता की। जिस पर सबकी सहमति मिलने के बाद शव के पोस्टमार्टम के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। जिसके बाद रविवार को शव कब्र से बाहर निकालकर उसका पोस्टमार्टम किया गया। उन्होंने बताया कि मामले की जांच अब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट पर ही टिकी है।