सेना में ज्वाइनिंग की ली गारंटी, दौड़ नहीं पाया तो ट्रेनर्स ने बरसाए डंडे, देखिए कैसे डिफेंस वाले बने बेरहम

राजस्थान के सीकर जिले में डिफेंस एकेडमी में एक छात्र के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। जहां सेना में नौकरी लगवाने के लिए ली थी फीस। रनिंग की प्रेक्टिस में नहीं दौड़ पाया तो ट्रेनरों ने बरसाए लाठी डंडे। वारदात के बाद फरार हुए दोनो प्रशिक्षक।

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 5, 2022 1:22 PM IST

सीकर. राजस्थान में नाबालिग छात्र छात्राओं के साथ स्कूल और कोचिंग में मारपीट का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीकर में 15 साल के नाबालिग की मारपीट की घटना को अभी 4 दिन पूरे हुए नहीं। उससे पहले ही राजस्थान के नागौर जिले से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जहां डिफेंस एकेडमी में तैयारी कर रहे 17 साल के नाबालिग को ट्रेन में केवल इस वजह से पेट दिया कि वह दौड़ सही से नहीं कर पाया। नाबालिग बार-बार गुहार लगाता रहा लेकिन ट्रेनर ने उसकी नहीं सुनी। जब मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस ने मामले में दो ट्रेनर को गिरफ्तार भी किया है।

डिफेंस एकेडमी का है मामला
दरअसल घटना नागौर जिले के मेड़ता इलाके की नव्या डिफेंस एकेडमी की है। 2 महीने पहले ही शुरू हुई इस कोचिंग में नागौर जिले के एक मजदूर के 17 साल के बेटे ने एडमिशन लिया था। रविवार को 21 किलोमीटर की दौड़ होनी थी। जैसे ही दौड़ शुरू हुई। करीब आधा किलो मीटर दौड़ करने के बाद ही नाबालिग थक गया और आगे दौड़ नहीं पाया। ऐसे में दो ट्रेनर धीरज और मनोज ने नाबालिग और उसके कुछ साथियों के साथ मारपीट की। नाबालिग ने पुलिस को बताया कि उसने दौड़ने से मना भी कर दिया उनमें राम लेकिन इसके बाद भी ट्रेनिंग नहीं माने और लाठी-डंडों से उसे पीटते रहे जिससे कि उसके शरीर पर जगह-जगह मारपीट के निशान बन गए हैं।

पिता ने दर्ज कराया केस
वहीं इस मामले में नाबालिग के पिता का कहना है कि मारपीट के कारण बेटा बेहोश हो गया। जब इस बात की सूचना उन्हें लगी तो वह डिफेंस एकेडमी पहुंचे। लेकिन दोनों ट्रेनर फरार हो चुके थे। डिफेंस एकेडमी के स्टाफ ने नाबालिग और उसके पिता को धमकी भी दी कि यदि पुलिस में शिकायत करोगे तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे। नाबालिग के पिता का कहना है कि डिफेंस एकेडमी वालों ने उसके बेटे को 4 लाख रुपए में तैयारी करवा कर सेना में नौकरी दिलवाने की गारंटी ली थी। इस घटना के बाद बाल कल्याण समिति भी हरकत आई है। जिन्होंने शिक्षा विभाग को कार्रवाई करने की बात कही है। इसके साथ ही राज्य मानवाधिकार आयोग को भी इस मामले में बताया है।

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