दर्दनाक मंजर: एक बेटे को बचाने गई मां, लेकिन 2 मासूम बच्चों सहित हो गई मौत, एक चिता पर साथ जली 3 अर्थियां

राजस्थान के सीकर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। जहां महिला की एक बच्चे के बचाने के चक्कर में दो बच्चों सहित मौत हो गई। आलम यह है कि पूरे गांव मातम पसरा हुआ है। हर कोई हैरान है कि आखिर यह हादसा  कैसे हो गया।

Arvind Raghuwanshi | Published : Oct 30, 2022 10:28 AM IST / Updated: Oct 30 2022, 04:03 PM IST

सीकर. राजस्थान के दांतारामगढ़ इलाके के भारीजा गांव में शनिवार को एक बेटे को बचाने गई मां की दो मासूम बच्चों सहित कुए में गिरने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार रमेश जाट की पत्नी सुमित्रा (28) शनिवार सुबह खेत में काम कर रही थी। तभी पास में खेल रहा पांच साल का बच्चा खुले कुएं की तरफ चला गया। जिसे बचाने के लिए वह चार महीने के बेटे को गोद में लेकर ही दौड़ पड़ी। जहां नियंत्रण खोने पर वह अपने दोनों बच्चों के साथ खुद भी कुए में गिर गई। हादसे में तीनों की  मौत हो गई।

अपने स्तर पर किया अंतिम संस्कार, देर रात पहुंची पुलिस
घटना के बाद बात पुलिस तक पहुंचने से पहले ही परिजनों ने तीनों के शव अपने स्तर पर ही कुएं से निकाल लिए। फिर गुपचुप में उनका अंतिम संस्कार एक ही चिता पर कर दिया। इससे पूरे गांव में दिनभर गहमागहमी का माहौल रहा। देर रात को भनक लगी तो दांतारामगढ़ पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। जिसने मौका मुआयना कर मामले की जांच शुरू की। 

पीहर पक्ष से की बात
सूचना पर पुलिस टीम के साथ पहुंचे दांतारामगढ़ थानाधिकारी मदन कड़वासरा ने मामले को संदिग्ध मानते हुए मामले की जांच शुरू की। इसके लिए उन्होंने मृतका सुमित्रा के पीहर पक्ष के लोगों से भी बात की। लेकिन तीनों की मौत पर पीहरपक्ष ने किसी भी तरह का संदेह नहीं जताया। जिसके चलते मामले में अब तक कोई रिपोर्ट नहीं हो पाई।  

बिना चार दीवार का कुआ, जांच में जुटी पुलिस
जानकारी के अनुसार खेत में बने कुएं में किसी तरह की चारदीवारी नहीं है। कुएं के आसपास झाडिय़ा भी लगी हुई है। ऐसे में दूर से कुंआ दिखाई नहीं देता है। जिसकी वजह से हादसा संभव है। पर पुलिस इस बात की जांच में जुटी है कि जब पूरे गांव में घटना की जानकारी थी तो पुलिस को क्यों नहीं बताया गया।

Share this article
click me!