सीकर में बदमाशों की हरकत, पहले दुकान बंद कराई,फिर बुजुर्ग को पीटा, लोगों के देखते देखते कर दी ये वारदात

सीकर में बदमाशों के द्वारा एक बुजुर्ग की दुकान बंद करवाने के बाद उसके साथ मारपीट करने के बाद उसे कुएं में फेंक दिया। वारदात के कारण उसकी मौत हो गई। घटना के बाद गांववालों का आक्रोश बाहर निकल आया। प्रदर्शन सुबह से जारी है, पुलिस मामला शांत कराने में लगी है।

Sanjay Chaturvedi | Published : Aug 25, 2022 12:11 PM IST / Updated: Aug 27 2022, 10:21 AM IST

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के नीमकाथाना के गुहाला गांव में बदमाशों ने पहले तो एक बुजुर्ग की दुकान बंद करवा दी, फिर रात को उसे मारते हुए घर से घसीटकर ले जाते हुए एक कुए में फेंक दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश उबाल खा गया। पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम के लिए शव ले जाने पर ग्रामीणों ने अस्पताल के सामने ही धरना दे दिया। जहां हत्यारों की गिरफ्तारी होने पर ही शव उठाने की मांग की जा रही है। सुबह से जारी प्रदर्शन को पुलिस समझाइश से शांत करने में जुटी है। 

पहले मारपीट कर बंद की दुकान
पुलिस के अनुसार मृतक गणपतराम सैनी है। जिसके बेटे सुभाष चंद ने सदर थाने में रिपोर्ट दी है कि उसके पिता गणपत सैनी की गुहाला बस स्टैंड पर कपड़े व सिलाई की दुकान है। बीती शाम करीब चार बजे जब वह दुकान पर थे तो बंधावाला भोपतपुरा निवासी बनवारीलाल, नरेंद्र व सुनील तथा डेहरा जोहड़ी की ढाणी आडी निवासी मुकेश गुर्जर व बनवारी के साले का बेटा सीताराम व अन्य युवक बाइक व कार पर सवार होकर आए। आते ही उन्होंने पिता गणेशराम के साथ मारपीट शुरू कर उसकी दुकान बंद दी। ये देख पास ही रेडिमेट कपड़ों की दुकान संचालित करने वाले भाई सुमेर व स्टैंड पर मौजूद अन्य लोगों ने बीच बचाव कर उन्हें छुड़वाया।  सूचना पर वह भी मौके पर पहुंचा और पिता व भाई को बाइक पर ढाणी मोतीसिंह स्थित अपने घर ले आया। 

फिर घर से घसीटा
रिपोर्ट के अनुसार आरोपी फिर रात करीब 7.30 बजे ढाणी मोतीसिंह स्थित उसके घर पहुंच गए। जहां उन्होंने फिर पिता गणपतराम व बीच बचाव करने आए परिजनों के साथ मारपीट की। इसके बाद वे पिता गणपतराम को मारते व  घसीटते हुए एक कुए के पास ले गए। जहां उन्होंने उसे उठाकर कुएं के अंदर फेंक दिया। जिससे की उसकी मौत हो गई। आवाज सुनकर नजदीकी लोगों ने मौके पर पहुंचकर गणपतराम को कुएं से बाहर निकाला। बाद में पुलिस को सूचना दी। 

मोर्चरी में शव, बाहर प्रदर्शन
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रात को ही सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। लेकिन, परिजनों ने उसे लेने से इन्कार कर दिया। सुबह ही सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ परिजनों ने नामजद हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जो अब भी जारी है।

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