राजस्थान में हैरान करने वाली चोरी हुई जहां चोर पैसे और सोना- चांदी नहीं बल्कि भैंस चुराने के लिए आए थे। उन्होने इसके लिए मालिक को बेहोश किया, रखवाली कर रहे कुत्ते को भी घायल कर दिया। और चोरों को पकड़ने के लिए दौड़े गांव वालों को भी हथियार दिखाकर धमकाया। जाने पूरा मामला...
सीकर (sikar). एक पुरानी कहावत है कि दिल आया गधी पर तो परी क्या चीज है। इसी कहावत से मेल खाता एक मामला राजस्थान के सीकर जिले से सामने आया है। जहां चोरों का दिल घर में खड़ी भैंस पर आ गया। जिसे चुराने के लिए वे हथियारों सहित सोमवार 27 जून की रात उस घर में घुस गये और मालिक को बेहोश कर पिकअप में दो भैंस डालकर फरार हो गया। इस दौरान जब घर का कुत्ता भौंका तो चोरों ने उसे हथियारों से घायल कर दिया। कुत्ते के लगातार भौकने पर आस-पास के लोग जागकर बाहर आए और चोरों का पीछा किया तो उन्हें भी हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। जाते समय चोर भैंस की पाडी भी साथ ले गए। मकान मालिक को मंगलवार, 28 जून की दोपहर को होश आया है। जिसके बाद पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। घटना सांवलपुरा की बताई जा रही है।
रात दो बजे घुसे चोर
अजीतगढ़ थानाप्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि सांवलपुरा शेखावतान निवासी राजेंद्र सिंह ने मंगलवार को अजीतगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाया है। जिसमें उसने बताया क सोमवार की रात खाना खाने के बाद वे मवेशियों को घर के अंदर बांध कर सो गए थे। रात करीब दो बजे चोर उनके घर में घुसे और पशुओं के पास सो रहे बेटे जयवीर सिंह को नशीले पदार्थ से बेहोश कर 2 भैंस व एक पाडी चुरा ले गए। चोरों को देख पालतु कुत्ता भौंका तो चोर ने उसे भी हथियारों से घायल कर दिया। बाद में भैंस व पाडी को एक पिकअप में डालकर फरार हो गए।
पड़ोसियों ने किया पीछा तो हथियार दिखाकर दी धमकी
थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि भैंस चोरी करके ले जाते समय आवाज सुनकर पड़ोसी बाहर आए। जिन्होंने चोरों को चोरी करते हुए देख लिया। जब उन्होंने चोरों को पकड़ने के लिए पीछा किया तो उन्हें भी हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। रिपोर्ट में बताया कि पड़ौसियों ने आरोपियों की पहचान नौलका की ढाणी सांवलपुरा शेखावतान निवासी श्रवण उर्फ पप्पू मीणा, प्रताप मीणा व प्रकाश मीणा के रूप में की है।
दिन में आया होश तो दर्ज कराई रिपोर्ट
रिपोर्ट में राजेन्द्र सिंह ने बताया कि चोरों ने बेहोशी की ऐसी दवा सुंघाई कि बेटे जयवीर को सुबह तक होश नहीं आया। बाद में उसे अजीतगढ़ के सरकारी चिकित्सालय में उपचार के लिए भर्ती कराया। जहां उपचार से उसे दोपहर बाद पूरा होश आया। पीडि़त ने इसके बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर कार्रवाई की मांग की है।
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