राजस्थान के टोंक जिले में सोशल मीडिया पर रील्स और वीडियो बनाने के चक्कर में एक वकील की मौत हो गई। मृतक के दोस्त हनुमान ने बताया कि जब गोपाल पानी में डूबने लगा तो उन्होंने मदद के लिए काफी गुहार लगाई।
टोंक. सोशल मीडिया पर रील्स और वीडियो बनाने के लिए लोग अब कुछ भी करने को तैयार हैं। कोई फेमस होने के लिए ट्रेन के आगे चलता है तो कोई ऊंचाई से छलांग लगाता है। लेकिन एक वकील के इसी शौक ने उसकी जान ले ली। वकील नदी की रपट पर स्टंट करने की रील बना रहा था। लेकिन अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नदी में डूब गया। जिसका शव करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद डूबने की जगह से करीब 1 किलोमीटर दूर नदी में कई फीट की गहराई से निकाला गया।
दरअसल, टोंक जिले की निवाई इलाके का रहने वाला वकील गोपाल चौधरी अपने दोस्त हनुमान चौधरी के साथ बनास नदी में नहाने के लिए आया था। इसी दौरान नदी की रपट पर पानी के बीच उसने अपने दोस्त हनुमान को इंस्टाग्राम को साथ में रील बनाने की बात कही। वीडियो शुरू होने के बाद कुछ देर में गोपाल तो पानी में कूद गया। लेकिन हनुमान चौधरी डर के चलते पानी में नहीं कूदा। नदी के पानी का बहाव इतना तेज था कि वकील तेज बहाव के साथ करीब 1 किलोमीटर दूर आगे तक चले गए। जहां डूबने से उनकी मौत हो गई।
12 घंटे बाद मिला शव
जिसका सिविल डिफेंस ने करीब 12 घंटे की मशक्कत के बाद बाहर निकाला। मृतक के दोस्त हनुमान ने बताया कि जब गोपाल पानी में डूबने लगा तो उन्होंने मदद के लिए काफी गुहार लगाई। लेकिन वहां मौजूद किसी ने भी गोपाल को बचाने की कोशिश नहीं की। मृतक के गोपाल चौधरी की पत्नी गवर्नमेंट टीचर है। दोनों पति-पत्नी के दो बेटे हैं जिनकी उम्र करीब 10 साल से भी कम है।
राजस्थान में नदी नालों में अब तक समा गए 70 से ज्यादा लोग
राजस्थान में इस बार मानसून इस कदर मेहरबान रहा कि जोधपुर जैसलमेर जैसे रेगिस्तान कहे जाने वाले इलाकों में भी नदी नाले उफान पर आए। अब तक के आंकड़ों की मानें तो राजस्थान मैं पिछले करीब ढाई महीने में नदी नालों में नहाने के दौरान यहां डूबने से करीब 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ज्यादातर हादसों में मौत का कारण मरने वाले की लापरवाही ही रही है। हालांकि नदी मालूम में डूबने वालों को सरकार की तरफ से मुआवजा भी दिया गया है।
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