कुंड में ठाकुर जी को नहलाने लाई थी, भगवान कृष्ण का नाम लेते-लेते काल के मुंह में समा गई 2 महिलाएं

राजस्थान के उदयपुर में जल झूलनी एकादशी पर बड़ा हादसा हुआ है। दरअसल यहां कुंड पर ठाकुर जी को स्नान करवाने आई महिलाएं दीवार गिरने के कारण उसी कुंड में गिरकर डूबने से मौत हो गई। वहां अन्य घायल हुई महिलाओं को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। 

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 6, 2022 4:05 PM IST / Updated: Sep 07 2022, 10:44 AM IST

उदयपुर. पूरे राजस्थान सहित देश भर में आज जलझूलनी एकादशी का त्यौहार पूरे धूमधाम के साथ मनाया गया। लेकिन इसी बीच राजस्थान के मेवाड़ इलाके के उदयपुर जिले से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां कुंड पर ठाकुर जी को स्नान करवाने के दौरान एक दीवार अचानक से ढह गई। जिससे कि कुंड में डूबने से दो महिलाओं की मौत हो गई। वहीं से महिलाओं को भी गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। जिन का इलाज जारी है।

अचानक से ढह गई दीवार
दरअसल यह हादसा उदयपुर की धान मंडी इलाके में बाइजीराज के कुंड पर हुआ। जहां शाम को उदयपुर के सैकड़ों लोग अपने-अपने लड्डू गोपाल और मंदिरों के ठाकुर जी को जलझूलनी एकादशी के मौके पर स्नान करवाने के लिए लेकर आए थे। इसी दौरान करीब 50 महिलाएं दीवार के किनारे खड़े होकर पूजा अर्चना कर रही थी। ऐसे में अचानक से एक तेज धमाका हुआ। जिसके बाद दीवार अचानक ढह गई। ऐसे में 8 महिलाएं और एक बच्चा अचानक पानी में डूब गया। वहीं कुछ अन्य महिलाएं भी वही स्लिप हो गई। गनीमत रही कि पानी में डूबे हुए बच्चे और 6 महिलाओं को बाहर निकाल लिया गया। लेकिन दो महिलाएं पानी में गहराई में चली गई। जिनकी डूबने से मौत हो गई।

हादसे की पुलिस को दी जानकारी
मौके पर मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और सिविल डिफेंस टीम को दी। सिविल डिफेंस टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों महिलाओं विमला देवी और सज्जन देवी केशव को कुंड की गहराई से बाहर निकाला। जिन्हें उदयपुर की आरबीएम हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है। कल सुबह शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंपा जाएगा। वहीं अन्य छह महिलाएं जिन्हें वहां मौजूद निकाल लिया था उनका भी गंभीर हालत में उदयपुर के आरबीएम हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

रिनोवेशन के नाम पर कर दी लीपापोती
उदयपुर में आज जिस दीवार पर यह हादसा हुआ है। उसके बारे में बताया जाता है कि वह राजा महाराजाओं के समय बनाई गई थी। हालांकि समय-समय पर दीवार के रिनोवेशन का काम भी करवाया जाता था। लेकिन आज हुए इस हादसे के बाद पता चला है कि रिनोवेशन के नाम पर केवल यहां लीपापोती कर लाखों रुपए के बिल डकार लिए जाते थे।

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