राजस्थान के उदयपुर से इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। जहां शहर के सबसे बड़े महाराणा भूपाल चिकित्सालय में डॉक्टर्स की लापरवाही सामने आई। हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल पहुंचे मरीज को डॉक्टरों ने एडमिट तक नहीं किया।
उदयपुर (राजस्थान). उदयपुर के सबसे बड़े महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में डॉक्टर्स की लापरवाही का मामला सामने आया है। हार्ट अटैक के पेशेंट को 2 घंटे तक एंबुलेंस में इंतजार करना पड़ा। परिजन हॉस्पिटल मे चक्कर लगाते रहे लेकिन किसी ने सुनवाई। परिजनों ने हॉस्पिटल के अधिकारियों को भी फोन किया लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया। जब बात सीएमएचओ तक पहुंची तो सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने पेशेंट को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया।
रोते-बिलखते रहे परिजन...लेकिन डॉक्टर ने फोन तक नहीं उठाया
मामला उदयपुर के बड़ी स्थित टीबी अस्पताल का है। यहां पाली के एक मरीज का इलाज चल रहा था। शनिवार रात को इलाज के दौरान ही मरीज को हार्ड अटैक आया। डॉक्टर ने उन्हें एमबी अस्पताल रेफर करने को कहा। 108 एंबुलेंस की मदद से परिजन मरीज को ऑक्सीजन के सहारे गंभीर हालत में हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। लेकिन वहां किसी ने मरीज को भर्ती नहीं किया। सभी एक दूसरे पर काम करते रहे। 2 घंटे तक परिजन इधर-उधर चक्कर लगाते रहे। परिजनों ने हॉस्पिटल के सुप्रिडेंट आरएल सुमन को भी फोन किया। लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया। 2 घंटे का समय बीत जाने के बाद जब मामला सीएमएचओ तक पहुंचा तो उन्होंने मरीज को हॉस्पिटल में भर्ती करवाया।
लापरवाही से मौत भी हो सकती थी
मरीज की बेटी सीमा ने बताया कि उनके पिता का इलाज टीबी हॉस्पिटल में चल रहा था। जहां उन्हें हार्ट अटैक आ गया। डॉक्टर्स ने उन्हें एमबी हॉस्पिटल रेफर करने को कहा। लेकिन वहां पहुंचने के बाद किसी ने भी पिता को भर्ती नही किया। पूरा स्टाफ हमें इधर-उधर चक्कर लगाता रहा। धीरे-धीरे पिता का ऑक्सीजन लेवल भी कम हो रहा था। यदि समय पर इलाज नही मिलता तो पिता की मौत भी हो सकती थी। सीमा ने बताया कि उन्होंने हॉस्पिटल के सुप्रिडेंट आरएल सुमन और आरएनटी प्रिंसिपल लाखन पोसवाल को भी कई बार फोन किया। लेकिन उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।
हो गया इतना बड़ा कांड और प्रशासन को भनक तक नहीं
मामले में सीएमएचओ डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया कि देर रात को मरीज के भर्ती नहीं होने की जानकारी मिली। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। रात में मरीज को भर्ती नही किया गया। इस बारे में अस्पताल प्रशासन ही जानकारी दे सकता है।
वीडियो में देखिए डॉक्टरों की शर्मनाक हरकत...