श्रद्धा वाकर हत्या केस में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। प्रेमिका की हत्या के बाद उसके शव को जिस तरह के आफताब ने ठिकाने लगाया उसके बारे में जो भी सुन रहा है वो कांप जा रहा है। पकड़े जाने पर आफताब ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
रिलेशनशिप डेस्क. श्रद्धा वाकर हत्याकांड (Shraddha Walkar murder case) की खबर अबतक पूरे देश में फैल चुकी होगी। इसे लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। 18 मई 2022 को जिस फ्लैट में आफताब ने क्राइम को अंजाम दिया था उसी फ्लैट में वो एक दूसरी लड़की को लेकर आया था। श्रद्धा वाकर के साथ रिश्ते में रहने के दौरान ही उसका अफेयर किसी और लड़के साथ हो गया था। हत्यारा ना सिर्फ उस लड़की को उस फ्लैट में लेकर आया, बल्कि उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाएं।
आफताब ने उसी फ्लैट में दूसरी लड़की के साथ बनाया था संबंध
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो श्रद्धा वाकर की हत्या के कुछ ही दिनों बाद आफताब उसी फ्लैट में एक लड़की को लेकर आया था। उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए थे। रिपोर्ट्स की मानें तो जब आफताब दूसरी लड़की को उस फ्लैट में लेकर आया होगा तो फ्रिज में शव के टुकड़े रहने की संभावना रही होगी।
पुलिस दूसरी लड़की की पहचान कर रही है
अब इस बात की जांच की जा रही है कि क्या उस लड़की को यह जानकारी थी कि उसने (आफताब) वाकर की हत्या की है। पुलिस महिला की पहचान भी कर रही है। हत्या के बाद आफताब गुरुग्राम में एक कॉलसेंटर में जॉब कर रहा था। मुंबई पुलिस की जांच में भी यह बात सामने आई है कि आफताब का अफेयर दूसरी लड़की साथ चल रहा था।
आफताब ने शव को ठिकाने लगाने के लिए गूगल की ली मदद
18 मई को आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद इंटरनेट से मदद लेकर शव के 35 टुकड़े किए और फ्रिज खरीद कर उसमें भर दिए। इतना ही नहीं वो खून और डीएनए को हटाने के लिए गूगल पर उपाय की खोज की। उसने कैमिकल से पूरे घर को साफ किया। शरीर से निकलने वाली दुर्गंध को दूर करने के लिए आरोपी अगरबत्ती और स्पा रूम फ्रेशनर जलाता था। वह ऑनलाइन खाना ऑर्डर करता था। हत्या के बाद वो इतना शांत रहता था कि किसी को शक नहीं हुआ कि उसके शांत चेहरे के पीछे एक शैतान छुपा हुआ है।
आफताब ने पीड़िता से 2019 में डेटिंग एप्लीकेशन के जरिए मुलाकात की थी। कुछ समय तक डेटिंग करने के बाद दोनों में प्यार हो गया। बाद में उन्होंने मुंबई के एक कॉल सेंटर में साथ काम किया। अलग-अलग धर्म के होने की वजह से कपल के परिजन उनके रिश्ते के खिलाफ थे। जिसके बाद दोनों दिल्ली आ गए थे।
इंस्टाग्राम की वजह से श्रद्धा हत्याकांड का हुआ खुलासा
श्रद्धा के मर्डर के बाद आफताब उसके इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करता था और उसके दोस्तों को बताता था कि वो ठीक है और जिंदा है।
उसका (श्रद्धा)एक दोस्त, जो उसे महीनों से मैसेज कर रहा था और कॉल कर रहा था, जब उसे फोन और सोशल मीडिया पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो उसे शक हुआ। उन्होंने पीड़िता के भाई और पिता को सतर्क किया जिन्होंने बाद में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
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