ब्लैक डायरी : पापा के जाने के बाद घर में रोज आते हैं अंकल, गेट बंद करके गंदी बात करती है मम्मी

बच्चों की नजरों में मां बाप की इज्जत बना रहना बहुत ज्यादा जरूरी है। इसके लिए मां बाप को भी प्रयास करने की जरूरत होती है। लेकिन कई बार आप कुछ ऐसा कर देते हैं जिससे बच्चों की नजरों में आप गिर जाते हैं।

Asianet News Hindi | / Updated: Sep 19 2022, 09:30 PM IST

ब्लैक डायरी: एक सुखी परिवार वह होता है जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे से प्यार करें, बच्चे मां बाप की इज्जत करें और सब हंसी खुशी जिंदगी जिए। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि मां-बाप की कुछ गलतियों की वजह से बच्चों की नजरों में वह गिर जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ इस महिला के साथ जिसे अपने पति से वह खुशी नहीं मिल रही थी, इसलिए वह खुशी उसने किसी और मर्द में ढूंढ ली। लेकिन उसका काला चिट्ठा उसकी 13 साल की बेटी को पता चल गया। आज ब्लैक डायरी में हम आपको उसी लड़की की कहानी बताते हैं जिसके लिए उसकी मां आइडिल हुआ करती थी। लेकिन जब उसने उन्हें दूसरे मर्द के साथ देखा तो उसकी अपेक्षाएं और प्यार मां के लिए कम हो गया।

मेरा नाम रोशनी (परिवर्तित नाम) है। मैं अपने मां बाप और बड़े भाई के साथ अपने घर में रहती हूं। हमारे घर में सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। मम्मी पापा एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे, हम भी उन्हें बहुत सम्मान और प्यार करते थे। लेकिन पिछले कुछ समय से मैंने नोटिस किया कि जब लॉकडाउन के दौरान हमारा स्कूल बंद था और ऑनलाइन क्लासेस चल रही थी, तो पापा के ऑफिस जाने के बाद घर में एक अंकल आया करते थे। चूंकि, हमारी ऑनलाइन क्लासेज चला करती थी तो हम कमरे से बाहर नहीं आते थे। मम्मी मेन दरवाजा खोलकर अंकल को अपने कमरे में ले जाती और अंदर से गेट बंद कर देती थी।

एक बार ऑनलाइन क्लास में ब्रेक के दौरान मैं किचन में पानी पीने गई, तो मम्मी के कमरे से अजीब सी आवाज आ रही थी। मैंने दरवाजा खटखटाया तो नहीं लेकिन बाहर खड़े होकर मैंने कान लगाकर सुनने की कोशिश की, तो अंदर से मुझे एक अंकल की आवाज आई, जो मम्मी को चिल्ला रहे थे और मम्मी भी कह रही थी कि अब बस करो बहुत हो गया है। अंदर से मुझे अजीब तरह की आवाजें भी सुनाई दे रही थी। लेकिन मैं डरी सहमी वापस अपने कमरे में आ गई और अपनी ऑनलाइन क्लास अटेंड करने लगी। 
इसके बाद वह अंकल हर दूसरे दिन हमारे घर आते जाते। मैं चुपके से अपने कमरे से देखती मम्मी उन्हें हाथ पकड़ कर अपने कमरे में ले जाती और आधे 1 घंटे तक दोनों साथ में कमरे में रहते। फिर वह अंकल चुपके से घर से निकल जाते हैं। मम्मी भी कमरे से निकलने के बाद अजीब सी हालत में नजर आती। उनके बाल बिखरे हुए रहते हो और कपड़े भी गंदे से नजर आते हैं। मैंने कभी उन्हें कुछ कहा नहीं क्योंकि मुझे मम्मी से डर लगने लगा है। मैं उनकी जितनी इज्जत करती थी अब वो इज्जत मेरी नजरों में कम हो रही है। मैं चाह कर भी किसी को यह बात नहीं बता सकती हूं।

एक्सपर्ट्स की राय
बच्चों का मन बहुत ही कोमल होता है। बचपन में जो चीज है वह अपनी आंखों से देख लेते हैं, वह उनके दिल में हमेशा के लिए घर कर जाती है और कई बार उन्हें मानसिक रूप से परेशान भी करती है। इसलिए हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि हम अपने बच्चों के सामने ना कभी लड़ाई झगड़ा करें और ना ही कभी कोई गलत काम करें। बच्चे भी अपने मां-बाप से अपनी बातें शेयर करें। भले ही वह मां-बाप के खिलाफ ही क्यों ना हो, लेकिन आप अपने मन की बात अपने मां-बाप को बताएं ताकि अगर आपके मन में कोई गलतफहमी भी है तो उसे दूर की जा सके।

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