Paush Purnima 2024 Kab Hai: पंचांग के अनुसार, एक साल में 12 महीने होते हैं। इनमें से 10वें महीने का नाम पौष है। इस महीने की पूर्णिमा तिथि को बहुत ही खास माना गया है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है।
Paush Purnima 2024 Upay: हिंदू पंचांग में एक वर्ष को 12 महीनों मे बांटा गया है। इनमें से 10वां महीना पौष है। इस महीने का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस महीने के अंतिम दिन चंद्रमा पुष्य नक्षत्र में रहता है, इसलिए इसका नाम पौष रखा गया है। पौष मास की पूर्णिमा तिथि बहुत ही पवित्र मानी गई है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आगे जानिए इस बार कब है पौष पूर्णिमा, इस दिन कौन-से काम करना चाहिए…
कब है पौष पूर्णिमा 2024? (Paush Purnima 2024 Kab Hai)
पंचांग के अनुसार, इस बार पौष मास की पूर्णिमा तिथि 24 जनवरी, बुधवार की रात 09:50 से 25 जनवरी, गुरुवार की रात 11:23 तक रहेगी। चूंकि पूर्णिमा तिथि का सूर्योदय 25 जनवरी, गुरुवार को होगा, इसलिए स्नान-दान आदि शुभ कार्य इसी दिन किए जाएंगे। इस दिन शाकंभरी जयंती का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन प्रीति, सर्वार्थसिद्धि और गुरु पुष्य नाम के शुभ योग भी बनेंगे।
शुभ फल पाने के लिए इस दिन कौन-से काम करें?
1. पौष पूर्णिमा की सुबह जल्दी उठक पवित्र नदी में स्नान करें। अगर ऐसा संभव न हो तो घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर नहाना चाहिए। ऐसा करने से तीर्थ स्नान का शुभ फल मिलता है।
2. पौष पूर्णिमा पर दान का विशेष महत्व है। इस दिन किया गया दान भविष्य की परेशानियों से हमें बचाता है और घर-परिवार की सुख-समृद्धि बढ़ाता है। इस दिन तिल, गुड़ और कंबल आदि का दान करना चाहिए।
3. पूर्णिमा तिथि पर भगवान सत्यनारायण की पूजा करने का विशेष महत्व है। अगर पूजा न कर पाएं तो भगवान सत्यनारायण की कथा भी सुन सकते हैं।
4. पूर्णिमा तिथि पर भगवान शिव, विष्णु और हनुमानजी की पूजा के लिए भी श्रेष्ठ दिन माना जाता है। इस दिन की गई इन देवताओं की पूजा जीवन का हर दुख खत्म कर सकती है।
5. पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रमा हैं। अगर किसी की जन्म कुंडली में चंद्रमा अशुभ स्थिति में हो तो इस दिन विशेष उपाय करने से ये ग्रह शुभ फल देने लगता है।
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