Mahakal Mandir Ujjain: 1 से 5 जनवरी तक बदलेगी महाकाल भस्मारती की व्यवस्था, कैसे कर पाएंगे दर्शन? उज्जैन आने से पहले जान लें ये बातें

Published : Dec 28, 2023, 09:30 AM ISTUpdated : Dec 30, 2023, 10:14 AM IST
mahakal darshan 1 januray 2024

सार

Mahakal bhasmarti Ujjain: अगर आप साल 2024 की शुरूआत में उज्जैन के महाकाल मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है क्योंकि इस दौरान मंदिर की व्यवस्थाओं में कुछ परिवर्तन किए गए हैं, जो आपके लिए जानना जरूरी है। 

Mahakal Mandir 2024 Darshan Vyvastha: साल 2024 की शुरूआत कुछ लोग मंदिर के दर्शन कर करना चाहते हैं तो उज्जैन के महाकाल मंदिर इसके लिए बेस्ट ऑप्शन है। महाकाल मंदिर प्रशासन का दावा है कि इस बार नए साल पर करीब 12 लाख भक्त यहां आ सकते हैं। सभी लोगों को आसानी से दर्शन हो जाएं इसके लिए मंदिर दर्शन की व्यवस्था में कुछ परिवर्तन किए गए हैं। अगर आप भी नए साल पर महाकाल मंदिर आना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। आगे जानिए उज्जैन आएं तो आसानी से कैसे करें भगवान महाकाल के दर्शन…

31 दिसंबर-1 जनवरी को ये रहेगी व्यवस्था (Mahakal Mandir Darshan Vyvastha On 1 Januray 2024)
महाकाल मंदिर में 250 रुपए देकर शीघ्र दर्शन करने वाली व्यवस्था 1 जनवरी के लिए बंद रखी गई है। दर्शन के लिए 31 दिसंबर और 1 जनवरी को भक्तों को चारधाम मंदिर से प्रवेश दिया जाएगा, यहाँ से भक्त पहले महाकाल लोक में प्रवेश करेंगे, फिर मानसरोवर फेसेलिटी सेंटर और फिर टनल होते हुए गणेश मंडपम से दर्शन भगवान महाकाल के दर्शन कर पाएंगे।

5 जनवरी तक चलित भस्म आरती(Kaise Kare Mahakal bhasmarti Darshan)
महाकाल मंदिर में 31 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलित भस्म आरती की व्यवस्था रहेगी। ये व्यवस्था उन लोगों के लिए रहेगी, जिन्हें भस्म आरती की परमिशन नहीं मिली है। इन 6 दिनों में महाकाल गर्भगृह में स्थित कार्तिक मंडप को खाली रखा जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा भक्त चलित भस्मारती के दर्शन कर सकें। सुबह चार बजे से भक्तों को चलित भस्म आरती में प्रवेश मिलेगा।

ऐसी रहेगी पार्किंग व्यवस्था
इंदौर रोड से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग रूद्राक्ष होटल के दाहिनी ओर शनि मंदिर, इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहे मैदान और प्रशांतिधाम, हरिफाटक ब्रिज के नीचे, रहेगी। इन पार्किंग स्थलों से मंदिर तक के लिए बस मिलेगी।

इन बातों का रखें ध्यान…
1. जिन लोगों को सिर्फ महाकाल लोक जाना है, वे चारधाम मंदिर से अलग लाइन में प्रवेश कर पिनाकी द्वार से महाकाल लोक में प्रवेश करेंगे।
2. जूता स्टैंड, पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउंटर, प्राथमिक उपचार सुविधा, पेयजल वितरण स्थल तक पहुंचने के लिए फ्लेक्स लगाए जाएंगे।
3. मंदिर परिसर और इसके आस-पास चयनित स्थानों पर पूछताछ और सहायता केंद्र बनाए जाएंगे।
4. महाकाल लोक के साथ हरसिद्धि मंदिर तिराहे पर भी प्रसाद के काउंटर लगाए जाएंगे।
5. वीआईपी, वीवीआईपी, मीडिया की इंट्री बेगमबाग के वीआईपी गेट से रहेगी।
6. बुजुर्ग व दिव्यांग अवंतिका द्वार यानी गेट नंबर 1 से प्रवेश कर सकेंगे।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।


 

 

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