Mahashivratri 2023: अब महाशिवरात्रि को लेकर कन्फ्यूजन, जानें कब मनाएं ये पर्व 18 ये 19 फरवरी को?

Mahashivratri 2023 Date:फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। इस बार इस पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही है। ऐसा तिथियों के समय को लेकर हो रहा है। हालांकि अधिकांश ज्योतिषी इस पर्व को लेकर एकमत हैं।

 

Manish Meharele | Published : Jan 24, 2023 6:01 AM IST / Updated: Feb 15 2023, 09:50 AM IST

उज्जैन. धर्म ग्रंथों के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव लिंग रूप में प्रकट हुए थे, वहीं कुछ विद्वानों का मत है कि इस तिथि पर शिव-पार्वती का विवाह हुआ था। इन दोनों मतों को ध्यान में रखते हुए इस तिथि पर महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023 Date) का पर्व मनाया जाता है। इस दिन देश के सभी शिव मंदिरों में विशेष साज-सज्जा की जाती है और भक्त अपने आराध्य देव की एक झलक पाने के लिए घंटों लाइन में खड़े रहते हैं। इस बार महाशिवरात्रि पर्व को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही है। आगे जानिए इस कब मनाया जाएगा महाशिवरात्रि पर्व…


क्यों है महाशिवरात्रि को लेकर कन्फ्यूजन? (Kab Hai Mahashivratri 2023)
पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 18 फरवरी, शनिवार की रात 08:02 से 19 फरवरी, रविवार की शाम 04:18 तक रहेगा। चूंकि चतुर्दशी तिथि का सूर्योदय 19 फरवरी को होगा और इसी दिन ये तिथि अधिक समय तक रहेगी, इसलिए लोगों के मन में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिति बन रही है कि ये पर्व किस दिन मनाएं।


ये है महाशिवरात्रि पर्व की सही डेट (Mahashivratri 2023 Date)
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार, महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा रात्रि में करने का विधान है। ये स्थिति 18 फरवरी, शनिवार को बन रही है क्योंकि इस रात को पूरे समय फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि रहेगी जो महाशिवरात्रि पूजन के लिए उत्तम है। 18 फरवरी को दिन भर उपवास करने के बाद रात में महाशिवरात्रि पूजन किया जाएगा। अगले दिन यानी 19 फरवरी, रविवार को व्रत का पारणा किया जाएगा।


महाशिवरात्रि पर शनि प्रदोष का संयोग भी (Shani Pradosh Vrat Date 2023)
इस बार महाशिवरात्रि पर शनि प्रदोष का संयोग भी बन रहा है। पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। इस व्रत में शाम को शिवजी की पूजा की जाती है। 18 फरवरी, शनिवार को रात 8 बजे फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि रहेगी। इसलिए शनि प्रदोष व्रत भी 18 फरवरी को ही किया जाएगा।


ये भी पढ़ें-

February 2023 Festival Calendar: फरवरी 2023 में 11 दिन रहेंगे व्रत-त्योहार, यहां जानें पूरी लिस्ट


Hindu Tradition: मंदिर में प्रवेश से ठीक पहले जरूर किया जाता है ये काम, बहुत कम लोग जानते हैं इसके पीछे का कारण


Palmistry: 7 प्रकार के होते हैं हाथ, जानें कैसे हाथ वाले होते हैं अपराधी और कैसे हाथ वाले बनते हैं बिजनेसमैन?


Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।

 

Read more Articles on
Share this article
click me!