Mahashivratri 2023: बीमारियों से हैं परेशान तो महाशिवरात्रि पर करें ये आसान उपाय, दूर होंगे ग्रहों के दोष भी

Published : Feb 13, 2023, 11:29 AM ISTUpdated : Feb 15, 2023, 09:56 AM IST

Mahashivratri 2023: इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से कई तरह की परेशानियां भी दूर हो सकती हैं। अगर कोई ग्रह अशुभ फल दे रहा है, तो उससे संबंधित उपाय भी इस दिन किए जा सकते हैं। 

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महाशिवरात्रि के उपाय

महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023) हिंदुओं का प्रमुख त्योहार। इस बार ये पर्व 18 फरवरी, शनिवार को है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जब भी कोई ग्रह हमारी लाइफ पर बुरा असर डालता है तो उससे संबंधित बीमारियां हमें परेशान करने लगती हैं। ग्रहों से संबंधित इन बीमारियों के प्रभाव को कम करने के लिए कुछ ज्योतिषीय उपाय किए जा सकते हैं। ग्रहों की अशुभ स्थिति को देखते हुए यदि महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2023 Upay) पर शिवजी का अभिषेक अलग-अलग चीजों से किया जाए तो इससे ग्रहों के दोष तो दूर होंगे ही साथ ही सेहत भी ठीक रहेगी। आगे जानिए किस ग्रह के कारण कौन-सा रोग हो सकता है और उससे बचने के लिए महाशिवरात्रि पर क्या उपाय करें…
 

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बुध का उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली में यदि बुध की स्थिति ठीक न हो तो चर्म रोग या दांतों से संबंधित बीमारियां होती हैं। इससे बचने के लिए महाशिवरात्रि पर विधारा (एक विशेष जड़ी-बूटी) के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।

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शुक्र का उपाय

जन्म कुंडली में यदि शुक्र कमजोर हो तो इससे यौन संक्रमण, कमजोरी व ठंड से संबंधित बीमारियां होती रहती हैं। इस वजह इनके वैवाहिक जीवन में भी उतार-चढ़ाव आता रहता है। इस ग्रह से शुभ फल पाने के लिए पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें।

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सूर्य का उपाय

जन्म कुंडली में सूर्य अशुभ स्थिति में तो हाई ब्लड प्रेशर व दिल व आंखों से जुड़ी बीमारी हो सकती है। इसका प्रभाव कम करने के लिए महाशिवरात्रि पर शुद्ध जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
 

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चंद्रमा का उपाय

ज्योतिषियों के अनुसार, कुंडली में चंद्र नीच का होने से सर्दी, अस्थमा व आंखों से संबंधित बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। चंद्रमा को मजबूत करने के लिए महाशिवरात्रि पर कच्चे दूध में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें।

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शनि का उपाय

हमारे जीवन पर सबसे ज्यादा असर शनि का ही होता है। जिसकी कुंडली में ये ग्रह नीच स्थान पर हो, उसे हडि्डयों व स्नायु तंत्र से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। इसके लिए महाशिवरात्रि पर गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।

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राहु का उपाय

राहु के अशुभ फल देने से व्यक्ति डिप्रेशन में जा सकता है या बार-बार उसके साथ दुर्घटना के योग बनते हैं। इस ग्रह को शुभ स्थिति में लाने के लिए भांग या नागकेसर से शिवलिंग का अभिषेक करें।
 

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केतु का उपाय

केतु अशुभ स्थिति में होने से शुगर यानी डायबिटीज और गुप्तांग से संबंधित रोग होने की संभावना सबसे अधिक होती है। इससे बचने के लिए महाशिवरात्रि पर सरसों के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें।

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मंगल का उपाय

जन्म कुंडली में मंगल अशुभ स्थिति में हो तो खून व पेट से संबंधित बीमारियां होती हैं। ये ग्रह व्यक्ति को अत्यधिक क्रोधी भी बना देता है। इसके अशुभ फल से बचने के लिए महाशिवरात्रि पर गिलोय (औषधि) की बूटी के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।

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गुरु का उपाय

ज्योतिषियों के अनुसार, जन्म कुंडली में गुरु नीच स्थिति में यानी अशुभ फल दे रहा हो तो पेट व फेफड़ों से संबंधित बीमारियां होने का भय बना रहता है। इस स्थिति में दूध में पीले फूल मिला कर शिवलिंग का अभिषेक करें।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।


 


 

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