Navratri 2025 Puja List: आज ही नोट कर लें नवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट, जानें कलश स्थापित करने की विधि

Published : Sep 17, 2025, 03:01 PM IST
Navratri 2025 Puja List:

सार

शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर को विजयादशमी के साथ संपन्न होगी। पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:09 बजे से 8:06 बजे तक है। जानें पूजा सामग्री की पूरी लिस्ट और कलश स्थापना विधि।

Shardiya Navratri 2025 Puja Samagri List: नवरात्रि हम सभी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस दौरान नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इस दौरान कई भक्त पूरे नौ दिनों का व्रत भी रखते हैं। इस साल शारदीय नवरात्रि सितंबर महीने में शुरू हो रही और अक्तूबर में समाप्त हो रही है।नवरात्रि में कलश स्थापित करने का खास विशेष महत्व होता है। इस दौरान नौ दिनों तक देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। पूजा के लिए विशेष पूजा सामग्री की आवश्यकता होती है। अगर आप भी नवरात्रि में व्रत रखने वाले हैं, तो आपको इन सामग्रियों की आवश्यकता होगी। पूजा के दौरान कोई सामान छूट न जाए इसके लिए आप इन पहले ही लिस्ट को अपने पास रख लें या नोट कर लें।

शारदीय नवरात्रि कब है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर, 2025 से शुरू हो रही है 2 अक्तूबर को विजयादशमी के साथ नवरात्रि खत्म होगा। नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापित की जाती है, जिसे घटस्थापना कहा जाता है। इस दिन देवी का घर में स्वागत किया जाएगा। भक्त अगले नौ दिनों तक भक्त उन्हें अपने घरों में विराजमान करेंगे।

घटस्थापना का शुभ मुहूर्त (कलश स्थापना मुहूर्त)

हिंदू पंचांग के अनुसार, 22 सितंबर को घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:09 बजे से 8:06 बजे तक रहेगा। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:49 बजे से दोपहर 12:38 बजे तक रहेगा। भक्त इस दौरान भी घटस्थापना कर सकते हैं।

नवरात्रि कलश स्थापना सामग्री

शारदीय नवरात्रि के पहले दिन, देवी दुर्गा के एक स्वरूप, देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना की जाती है। इसके बाद, शैलपुत्री माता की पूजा की जाती है। कलश स्थापना के लिए पंचपल्लव (पांच पत्ते) या आम के पत्ते, एक मिट्टी का बर्तन, जौ, जल, एक साफ कपड़ा, एक नारियल, एक पवित्र धागा, रोली (सिंदूर), सुपारी, गंगा जल, एक सिक्का, दूर्वा घास, गेहूं और चावल के दाने, हल्दी, पान के पत्ते और कपूर की आवश्यकता होती है।

शारदीय नवरात्रि 2025 पूजा सामग्री

  • देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र, एक लकड़ी का पाट, पाट के लिए पीला कपड़ा
  • देवी दुर्गा के श्रृंगार का सामान, एक लाल दुपट्टा, एक नई लाल साड़ी
  • एक मिट्टी का बर्तन, सात प्रकार के अनाज, आम, अशोक के पत्ते
  • रोली, सिंदूर, गंगा जल, चंदन, रक्षा सूत्र, सिक्के
  • गुड़हल के फूल, माला, सूखा नारियल, जटावाला नारियल, लौंग, इलायची
  • पान, सुपारी, धूप, दीप, अगरबत्ती, कपूर, नैवेद्य, गुग्गुल, लोबान
  • शहद, गाय का घी, रुई की बत्ती, पंचमेवा (मासिक फल), जौ, फल, मिठाई
  • कुशा का आसन, माचिस, देवी का ध्वज
  • दुर्गा सप्तशती, दुर्गा चालीसा, आरती आदि से युक्त एक पुस्तक

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नवरात्रि की शुरुआत में इन बातों का ध्यान रखें

  • अपने घर की अच्छी तरह सफाई करें नवरात्रि की शुरुआत में।
  • अपने घर की अच्छी तरह सफ़ाई करें। देवी दुर्गा के स्वागत के लिए घर के बाहर रंगोली बनाएं।
  • देवी की पूजा में अपने सुहाग की चीज़ें, जैसे लाल दुपट्टा, लाल फूल, कुमकुम, लाल चूड़ियां, बिंदी और आभूषण शामिल करना न भूलें। नवरात्रि के आखिरी दिन किसी ज़रूरतमंद महिला को ये चीज़ें दान करें।
  • देवी दुर्गा की पूजा करते समय देवी मंत्र "दुं दुर्गाये नमः" का जाप करें।
  • नवरात्रि के दौरान देवी के साथ छोटी कन्याओं की भी पूजा करें। ज़रूरतमंद कन्याओं की शिक्षा के लिए धन या अन्य वस्तुएं दान करें।

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कलश स्थापना विधि (Kalashsthapana Vidhi)

वनरात्रि के पहले दिन कलश या घटस्थापना की जाती है। कलश को मंदिर के उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए और देवी दुर्गा की मूर्ति स्थापित करने के बाद कलश स्थापित करना चाहिए। सबसे पहले, कलश स्थापना स्थल पर गंगाजल छिड़क कर उसे शुद्ध करें। फिर, लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का स्वस्तिक बनाएं और कलश स्थापित करें। कलश में आम का एक पत्ता रखें और उसे जल या गंगाजल से भरें। साथ ही, एक सुपारी, कुछ सिक्के, दूर्वा और हल्दी की एक गांठ भी डालें। एक नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के मुख पर रखें। चावल या अक्षत से अष्टदलपुंज का फूल बनाएँ और उस पर देवी दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें। इसे लाल या गुलाबी रंग के दुपट्टे से ढक दें। कई लोग कलश स्थापना के साथ अखंड दीप भी जलाते हैं।

Disclaimer: इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों से ली गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

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