- 19 अगस्त, सोमवार की सुबह शुभ मुहूर्त से पहले रक्षाबंधन से संबंधित सभी चीजें जैसे कुमकुम, चावल, मिठाई, राखी, पानी से भरा लोटा, नारियल एक थाली में रखकर तैयारी पूरी कर लें।
- शुभ मुहूर्त में भाई बहन आमने-सामने आसन पर बैठें। बहन अपने भाई को कुमकुम से तिलक करे और इस पर चावल भी लगाएं। भाई के हाथों पर नारियल रखें। ये नारियल पानी वाला होना चाहिए।
- इसके बाद बहन अपने भाई के दाहिने पर रक्षासूत्र यानी राखी बांधें। राखी बांधते समय ये मंत्र बोलें-
येन बद्धो बलि: राजा दानवेंद्रो महाबल:.
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल
- बहन भाई को मिठाई खिलाएं और वस्त्र आदि जो देना चाहती हैं वो दें। भाई अपनी बहन को उपहार देकर पैर छूकर उसका आशीर्वाद लें। इसके बाद बहन अपने भाई की आरती उतारें।
- भाई को राखी बांधने के बाद इसी विधि से बहनें अपनी भाभी, भतीजों आदि को भी राखी बांधें। भाई-बहन परिवार के साथ भोजन करें। इस तरह रक्षाबंधन का पर्व मनाने से भाई-बहन में प्रेम बना रहता है।