
Shiv Stuti Lyrics Hindi Mai: भगवान शिव की भक्ति की महीना सावन 11 जुलाई से शुरू हो चुका है, जो 9 अगस्त तक रहेगा। इस महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। वैसे तो महादेव को खुश करने के लिए अनेक मंत्र और स्त्रोतों की रचना की गई है, लेकिन इन सभी में शिव स्तुति ‘आशुतोष शंशाक शेखर’ का विशेष महत्व है। सावन में यदि रोज शिव स्तुति का पाठ किया जाए तो सुना जाए तो इससे आपके जीवन की अनेक परेशानियां दूर हो सकती हैं। यहां पढ़ें शिव स्तुति लिरिक्स हिंदी में…
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आशुतोष शशांक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा।।
निर्विकार ओमकार अविनाशी,
तुम्ही देवाधि देव,
जगत सर्जक प्रलय करता,
शिवम सत्यम सुंदरा।।
निरंकार स्वरूप कालेश्वर,
महा योगीश्वरा,
दयानिधि दानिश्वर जय,
जटाधार अभयंकरा।।
शूल पानी त्रिशूल धारी,
औगड़ी बाघम्बरी,
जय महेश त्रिलोचनाय,
विश्वनाथ विशम्भरा।।
नाथ नागेश्वर हरो हर,
पाप साप अभिशाप तम,
महादेव महान भोले,
सदा शिव शिव संकरा।।
जगत पति अनुरकती भक्ति,
सदैव तेरे चरण हो,
क्षमा हो अपराध सब,
जय जयति जगदीश्वरा।।
जनम जीवन जगत का,
संताप ताप मिटे सभी,
ओम नमः शिवाय मन,
जपता रहे पञ्चाक्षरा।।
आशुतोष शशांक शेखर,
चन्द्र मौली चिदंबरा,
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू,
कोटि नमन दिगम्बरा ।।
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
कोटि नमन दिगम्बरा..
सावन मास का महत्व
भगवान शिव की भक्ति के लिए सावन मास बहुत खास माना गया है। इस बार सावन 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा। सावन मास की असली नाम श्रावण है, जिसे बोलते-बोलते कालांतर में ये शब्द सावन के रूप में प्रचलित हो गया। श्रावण का अर्थ है सुनना, यानी इस महीने में भगवान शिव की महिमा सुननी चाहिए। इस महीने के अंतिम दिन यानी पूर्णिमा पर चंद्रमा श्रवण नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम श्रावण रखा गया है। श्रावण मास में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं जैसे- हरियाली अमावस्या, हरियाली तीज, नागपंचमी, मासिक शिवरात्रि, मंगला गौरी व्रत और रक्षाबंधन, इसलिए भी इस महीने का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है।