Ashadh Gupt Navratri 2023: जून 2203 में कब से कब तक रहेगी आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि? जानें सही डेट

Ashadh Gupt Navratri 2023 Date: नवरात्रि हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। नवरात्रि का पर्व साल में 1 या 2 बार नहीं बल्कि 4 बार मनाया जाता है। इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि जून 2023 में मनाई जाएगी।

 

Manish Meharele | Published : Jun 5, 2023 11:07 AM IST

उज्जैन. एक साल में 4 बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इनमें से 2 नवरात्रि प्रकट होती है और 2 गुप्त। प्रकट नवरात्रि का अर्थ है, जिनमें देवी आराधना का पर्व सभी एक साथ मिलकर नाच-गाकर और पूजा कर मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार साल की दूसरी गुप्त गुप्त नवरात्रि कहलाती है जो आषाढ़ मास में मनाई जाती है। इस बार ये पर्व जून 2023 में मनाया जाएगा। आगे जानिए इस बार कब से कब तक रहेगी आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का पर्व व अन्य खास बातें…

कब से कब तक रहेगी आषाढ़ मास गुप्त नवरात्रि? (Ashadh Gupt Navratri 2023 Date)
धर्म ग्रंथों के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि का आरंभ होता है, जो नवमी तिथि तक मनाई जाती है। इस बार गुप्त नवरात्रि 19 जून से शुरू होगी, जो 27 जून तक रहेगी। नवरात्रि में कोई भी तिथि क्षय नहीं होगी जिससे ये नवरात्रि पूरे 9 दिनों की रहेगी। इस दौरान कई व्रत-त्योहार भी मनाए जाएंगे।

गुप्त नवरात्रि में मनाए जाएंगे ये व्रत-उत्सव (Gupt Navratri 2023 Vrat-Utsav)
आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि के दौरान कई व्रत-उत्सव मनाए जाते हैं। इस बार गुप्त नवरात्रि के अंतर्गत 22 जून को विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। इसके बाद 25 जून को मां ताप्ती जयंती और वैवस्वत पूजा का पर्व मनाया जाएगा। गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन यानी 27 जून को भड़ली नवमी का पर्व मनाया जाएगा।

क्यों खास है आषाढ़ की गुप्त नवरात्रि? (Why is Ashadh Gupta Navratri special?)
आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि में तंत्र-मंत्र के माध्यम से देवी को प्रसन्न किया जाता है। इस नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा विशेष रूप से की जाती है। साथ ही शाक्त (महाकाली की पूजा करने वाले) एवं शैव ( भगवान शिव की पूजा करने वाले) के लिए भी ये समय विशेष होता है। गुप्त नवरात्रि के दौरान भूत-प्रेत, पिशाच, बेताल, डाकिनी, शाकिनी आदि शक्तियों की साधना भी की जाती है।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।

 

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