मृतक को मुखाग्नि देने वाले के लिए नियम...
अंतिम संस्कार भी 16 संस्कारों में से एक है। जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसके शरीर को अग्नि में जला दिया जाता है, इसे दाह संस्कार कहते हैं। ये कार्य वैसे तो मृतक का पुत्र करता है, लेकिन पुत्र न हो तो परिवार का अन्य कोई सदस्य भी मृतक को मुखाग्नि दे सकता है। (Hindu Tradition) जो व्यक्ति मुखाग्नि देता है, उसके लिए धर्म ग्रंथों में कई नियम बताए गए हैं। हालांकि बदलते समय के साथ इन नियमों में शिथिलता आ गई है, लेकिन फिर भी इन नियमों का पालन जहां तक हो सके 13 दिन तक अवश्य करना चाहिए। आगे जानिए इन नियमों के बारे में…