Published : Feb 23, 2023, 06:30 AM ISTUpdated : Feb 23, 2023, 09:11 AM IST
Hindu Tradition: हिंदू धर्म में रंगों को भी खास महत्व दिया गया है। हर रंग किसी न किसी ग्रह से संबंधित माना जाता है जैसे हरा रंग बुध से संबंधित है तो पीला रंग गुरु ग्रह से। कुछ खास मौकों पर खास रंग के कपड़े ही पहने जाते हैं।
हमारी दुनिया में कई सारे रंग हैं। रंगों का हमारे जीवन में भी खास महत्व है। ग्रहों को ठीक करने के लिए लाल पूजा और पीली पूजा भी करवाई जाती है। लाल पूजा मंगल के लिए और पीली पूजा गुरु ग्रह से संबंधित हैं। कुछ रंग पॉजिटिविटी का प्रतीक हैं तो कुछ निगेटिविटी का। इसलिए इन निगेटिव रंगों का उपयोग शुभ कार्यों के लिए दौरान नहीं किया जाता। काले रंग को भी निगेटिव माना जाता है। हिंदू धर्म में काले रंग से जुड़ी कई मान्यताएं और परंपराएं हैं। आज हम आपको इन्हीं के बारे में बता रहे हैं…
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शादी के दौरान नहीं पहने जाते काले रंग के कपड़े
हिंदू धर्म में काला रंग अशुभ माना जाता है इसलिए शुभ अवसरों जैसे विवाह आदि पर दूल्हा-दुल्हन को काले रंग के कपड़े पहनने की मनाही होती है यानी तक कि जूते भी काले नहीं पहने जाते। इसके पीछे मान्यता है कि काला रंग अशुभता लाता है और विवाह जैसे अवसर पर इस रंग को पहनने से वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं। इसलिए इस रंग के कपड़े विवाह के दौरान नहीं पहने जाते।
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काला टीका कैसे बचाता है बुरी नजर से?
बच्चों को बुरी नजर से बचाने के लिए काला टीका लगाया जाता है। इसके पीछे भी वैज्ञानिक कारण है। विज्ञान भी यह मानता है कि काला रंग ऊष्मा (ऊर्जा) का अवशोषक है। जब बच्चे को काला टीका या काला धागा बांधा जाता है तो वह बाहरी ऊर्जा यानी बुरी नजर को बच्चों में प्रवेश नहीं करने देता तथा स्वयं ही अवशोषित कर लेता है। इसी वजह से बच्चों को नजर नहीं लगती।
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गर्भावस्था में महिलाएं भी बांधती हैं काला धागा
काले टीके की तरह काला धागा भी बुरी नजर से बचाने का काम करता है। कई बार जब गर्भावस्था में महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो उनकी कमर में काला धागा बांध दिया जाता है ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे पर कोई बुरा असर न हो और माता की सेहत भी ठीक नहीं रहे।
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किस ग्रह से संबंधित है काला रंग?
ज्योतिष शास्त्र में काला रंग शनि से संबंधित माना जाता है। ये रंग दुख का प्रतीक है। कुछ धर्म व समाजों में किसी की मृत्यु के अवसर पर खास तौर पर काले रंग के कपड़े पहने जाते हैं। इसलिए शुभ अवसरों पर इस रंग के कपड़े पहनने से बचा जाता है। निराशा और निगेटिविटी का प्रतीक होने की वजह से इस रंग से बचा जाता है।
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