प्रयागराज महाकुंभ 2025 में जाएं तो जरूर करें ये 5 काम, पूरी लाइफ मिलेंगे शुभ फल

Published : Jan 13, 2025, 08:42 AM ISTUpdated : Jan 18, 2025, 10:43 AM IST
mahakumbh 2025

सार

Prayagraj Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हो चुका है। ये महाकुंभ 26 फरवरी तक रहेगा। इस दौरान यहां 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने का अनुमान है। यदि आप भी महाकुंभ में जा रह हैं जो 5 काम जरूर करें। 

Prayagraj Maha Kumbh 2025: 144 साल बाद तीर्थों के राजा कहे जाने वाले प्रयागराज में महाकुंभ लग चुकी है। ये महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक रहेगा। इस दौरान यहां लाखों साधु-संतों के साथ करोड़ों भक्त भी आएंगे। मान्यता है कि महाकुंभ में पवित्र संगम में डुबकी लगाने से जन्मों-जन्मों के पाप खत्म हो जाते हैं। यदि आप भी महाकुंभ में शामिल होने जा रहे हैं वहां 5 काम जरूर करें। इससे निश्चित रूप से आपका भाग्योदय हो सकता है…

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संगम स्नान करें

महाकुंभ में जाकर हर कोई व्यक्ति संगम में डुबकी जरूर लगाएगा। ऐसा करते समय भगवान का स्मरण करें और हाथ में जल लेकर 5 बार सूर्यदेव को अर्पित करें। ऐसा करते समय सूर्यदेव से पितरों की शांति के लिए प्रार्थना करें। इससे आपके पितरों को भी महाकुंभ स्नान का फल मिलेगा और आपके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी।

जरूरतमंदों को दान करें

महाकुंभ में स्नान के बाद दान का भी विशेष महत्व है। महाकुंभ में जहां भी आपको कोई जरूरतमंद व्यक्ति दिखे, उसे अपनी इच्छा अनुसार दान जरूर करें जैसे- भोजन, कपड़े आदि। ऐसा करने से भी देवताओं की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।

संत-महात्माओं के दर्शन करें

महाकुंभ में सिर्फ स्नान, दान का ही महत्व नहीं है। महाकुंभ में एक से बढ़कर एक तपस्वी साधु-संत आते हैं। इन संत-महात्माओं के दर्शन करें और संभव हो तो इनके प्रवचन भी सुनें। ऐसा सौभाग्य कुछ ही लोगों को मिलता है क्योंकि महाकुंभ 144 साल में एक बार लगता है।

मंदिरों में दर्शन करें

प्रयागराज को तीर्थों का राजा भी कहा जाता है। यहां कईं प्राचीन मंदिर हैं। महाकुंभ में स्नान और दान के बाद यहां के मंदिरों में दर्शन भी जरूर करें। महाकुंभ में किए गए भगवान के दर्शन आपको आध्यात्मिक रूप से बल प्रदान करेंगे, जिससे आप अपनी लाइफ की परेशानियों से आसानी से निपट सकेंगे।

संगम का जल लेकर आएं

प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम होता है, इसलिए ये स्थान अत्यंत पवित्र है। यहां का जल लाकर अपने घर पर पूजा स्थान पर रखें। रोज इसकी पूजा करें। इससे आपके घर में किसी तरह का कोई दोष नहीं होगा और पॉजिटिविटी बनी रहेगी।


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