27 मार्च, सोमवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि, आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 7:59 से 9:30 तक रहेगा।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नक्षत्रों की संख्या 27 है। ये 27 नक्षत्र ही दक्ष प्रजापति की पुत्रियां मानी गई हैं, जिनका विवाह चंद्रमा के साथ हुआ था। इन सभी नक्षत्रों में पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना गया है। इसलिए इस नक्षत्र का विशेष महत्व है। ये सभी नक्षत्र अलग-अलग वारों के साथ मिलकर कई शुभ-अशुभ योग बनाते हैं। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
27 मार्च का पंचांग (Aaj Ka Panchang 27 March 2023)
27 मार्च 2023, दिन सोमवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि शाम 05:28 तक रहेगी, इसके बाद सप्तमी तिथि रात अंत तक रहेगी। ये चैत्र नवरात्रि का छठा दिन रहेगा, इस दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाएगी। सोमवार को रोहिणी नक्षत्र दोपहर 03.27 बजे तक रहेगा, इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले रोहिणी नक्षत्र होने से वर्धमान और इसके बाद मृगशिरा नक्षत्र होने से आनंद नाम का 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, अमृत सिद्धि, आयुष्मान और सौभाग्य नाम के 4 अन्य योग भी रहेंगे। राहुकाल सुबह 7:59 से 9:30 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी…
सोमवार की रात चंद्रमा वृषभ राशि से निकलकर मिथुन में प्रवेश करेगा। इस राशि में मंगल पहले से स्थित है। इस दिन राहु और शुक्र मेष राशि में, बुध, सूर्य और गुरु मीन राशि में, शनि कुंभ राशि में और केतु तुला राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
27 मार्च के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2080
मास पूर्णिमांत- चैत्र
पक्ष- शुक्ल
दिन- सोमवार
ऋतु- वसंत
नक्षत्र- रोहिणी और मृगशिरा
करण- तैतिल और गर
सूर्योदय - 6:28 AM
सूर्यास्त - 6:36 PM
चन्द्रोदय - Mar 27 10:13 AM
चन्द्रास्त - Mar 28 12:21 AM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:08 से 12:56
27 मार्च का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 11:01 AM – 12:32 PM
कुलिक - 2:03 PM – 3:34 PM
दुर्मुहूर्त - 12:56 PM – 01:45 PM और 03:22 PM – 04:10 PM
वर्ज्यम् - 09:32 PM – 11:17 PM
ये भी पढ़ें-
Ram Navami 2023: 300 से ज्यादा भाषाओं में लिखी गई है राम कथा, कौन-सी रामायण सबसे ज्यादा प्रचलित है?
Hanuman Jayanti 2023 Date: कब मनाया जाएगा हनुमान जयंती पर्व? जानें सही डेट, शुभ योग और इनके जन्म की कथा
Traditions of Navratri: क्या आप जानते हैं नवरात्रि में क्यों करते हैं उपवास, क्यों बोते हैं जवारे, देवी के मंदिर पहाड़ों पर ही क्यों?
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।