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Traditions of Navratri: क्या आप जानते हैं नवरात्रि में क्यों करते हैं उपवास, क्यों बोते हैं जवारे, देवी के मंदिर पहाड़ों पर ही क्यों?
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जानें नवरात्रि से जुड़ी ये खास बातें...
धर्म ग्रंथों के अनुसार, साल में 4 बार नवरात्रि (chaitra navratri 2023) का पर्व मनाया जाता है। इन चारों नवरात्रि में देवी की उपासना की जाती है। नवरात्रि के दौरान अनेक परंपराओं का पालन भी किया जाता है जैसे उपवास किए जाते हैं, जवारे बोए जाते हैं, आदि कई परंपराएं बहुत खास मानी जाती है। (Traditions of Navratri) इन परंपराओं के पीछे कोई न कोई कारण जरूर छिपा होता है, लेकिन बहुत कम लोग इन परंपराओं में छिपे कारण को जानते हैं। आज हम आपको नवरात्रि से जुड़ी कुछ ऐसी ही परंपराओं के बारे में बता रहे हैं, जो इस प्रकार है…
नवरात्रि में क्यों करते हैं उपवास? (Why do we fast during Navratri?)
नवरात्रि के दौरान अनेक लोग उपवास करते हैं, कोई सिर्फ एक समय भोजन करता है तो कोई 9 दिनों तक सिर्फ फल और दूध पर ही रहता है। कुछ लोग इससे भी कठिन नियमों का पालन करते हैं। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण छिपा है, उसके अनुसार, साल की चारों नवरात्रि ऋतुओं के संधिकाल पर आती हैं, इस दौरान शरीर में कई तरह के दोष उत्पन्न होने का खतरा रहता है। उपवास करने से रोग होने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए नवरात्रि में उपवास की परंपरा बनाई गई है।
नवरात्रि में क्यों बोते हैं जवारे? (Navratri mai Jware Kyo Bote hai?)
चैत्र और शारदीय नवरात्रि के दौरान जवारे बोने की परंपरा है। कुछ स्थानों पर ये जवारे नदी में प्रवाहित कर दिए जाते हैं जबकि नवरात्रि के बाद इन जवारों का रस निकालकर पीना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, जवारे एक प्रकार की औषधि है। जवारों का रस शरीर के लिए शक्तिशाली टॉनिक है। इसमें शरीर को स्वस्थ रखने वाले पांचो तत्वों में से चारों तत्व कार्बोहाईड्रेट, विटामिन, क्षार एवं प्रोटीन पाए जाते हैं। इसलिए नवरात्रि के दौरान जवारे बोए जाते हैं।
नवरात्रि में लहसुन-प्याज क्यों नहीं खाते? (Why don't you eat garlic and onion during Navratri?)
नवरात्रि के दौरान जो लोग उपवास नहीं करते, वे भी भोजन में लहसुन-प्याज खाने से परहेज करते हैं। ये भी नवरात्रि से जुड़ा एक नियम है। इसके पीछे कारण है कि प्याज-लहसुन तामसिक भोजन के अंतर्गत आते हैं, जिससे शरीर में उत्तेजना पैदा होती है। नवरात्रि का समय संयम रखने का होता है, इस समय शरीर में उत्तेजना बढ़ना ठीक नहीं माना जाता। इसलिए नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज खाने की मनाही है।
देवी के मंदिर पहाड़ी पर ही क्यों? (Why the temple of goddess on the hill?)
नवरात्रि के दौरान देवी मंदिरों के दर्शन करने की परंपरा है। अधिकांश देवी मंदिर पहाड़ियों पर ही स्थित है। इसके पीछे भी साइंटिफिक कारण है। वैज्ञानिक शोधों से पता चला है कि पहाड़ों पर पॉजिटिव एनर्जी का स्तर अपेक्षाकृत ज्यादा होता है। पहाड़ों पर जब कोई देवी दर्शन करने जाता है, उस पॉजिटिव एनर्जी का फायदा उस व्यक्ति पर भी किसी न किसी रूप में दिखाई देता है, इसलिए अधिकांश देवी मंदिर पहाड़ों पर बनाए गए हैं।
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।