Khar Maas 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, एक वर्ष में दो बार खर मास का योग बनता है। इस बार खर मास दिसंबर 2024 में शुरू होगा जो जनवरी 2025 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जा सकेगा।
Khar Maas 2024 Details: हिंद धर्म में हर काम मुहूर्त देखकर किया जाता है। चातुर्मास और शुक्र-गुरु तारे के अस्त होने पर शुभ कामों पर रोक लग जाती है। खर मास में भी विवाह आदि शुभ कार्य नहीं किए जाते। खर मास साल में 2 बार आता है। इसका समय लगभग तय होता है। खर मास से जुड़ी कईं मान्यताएं और परंपराएं प्रचलित हैं। इस बार खर मास दिसंबर 2024 से शुरू होगा जो जनवरी 2025 तक रहेगा। आगे जानें खर मास का समय और इससे जुड़ी खास बातें…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित समय पर राशि बदलता है, सूर्य भी इनमें से एक है। सूर्य एक राशि में लगभग 30 दिन तक रहता है। जब सूर्य गुरु ग्रह के स्वामित्व वाली राशि धनु और मीन में होता है तो इसे खर मास कहते हैं। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह आदि नहीं किए जाते। मान्यता है कि गुरु की राशि में सूर्य के जाने से इसके शुभ प्रभाव में कमी आ जाती है, जिससे कारण इस महीने में विवाह आदि शुभ कार्य नहीं किए जाते।
विद्वानों के अनुसार, साल में 2 बार खर मास की स्थिति बनती है। पहला खर मास आम तौर पर 16 मार्च से 15 अप्रैल तक रहता है, इस दौरान सूर्य मीन राशि में रहता है। वहीं दूसरा खर मास 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक रहता है, इस दौरान सूर्य धनु राशि में रहता है। इस बार भी खर मास 16 दिसंबर 2024, सोमवार से शुरू हो रहा है जो 14 जनवरी 2025, मंगलवार तक रहेगा।
ज्योतिषियों के अनुसाल खर मास में शुभ कार्य जैसे शादी, मुंडन, गृह प्रवेश आदि नहीं करना चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता। ये महीना भगवान की भक्ति के लिए शुभ माना जाता है, इसलिए इस महीने में मांस-मदिरा आदि तामसिक चीजों से बचना चाहिए। खर मास में भगवान के मंत्रों का जाप और पूजा, दान, धार्मिक उपाय आदि करना शुभ फल देने वाला होता है।
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