
Shani Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र मे ग्रहों की 2 गति बताई गई है- मार्गी और वक्री। जब कोई ग्रह सीधा चाल चलता है तो इसे मार्गी कहते हैं और जब कोई ग्रह विपरीत दिशा में चलने लगता है तो इसे वक्री गति कहते हैं। 30 जून से शनि ग्रह वक्री हो जाएगा यानी अपनी ही राशि कुंभ में उल्टी गति से चलने लगेगा। शनि की ये स्थिति 16 नवंबर 2024 तक रहेगी। शनि के वक्री होने से साढ़ेसाती और ढय्या के प्रभावित लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान इन्हें कुछ गलतियां करने से बचना होगा। आगे जानिए किन राशियों पर है शनि की ढय्या और साढ़ेसाती…
किन राशियों पर है शनि की ढय्या और साढ़ेसाती?
इस समय शनि कुंभ राशि में है। ऐसी स्थिति में मकर, कुंभ और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव है और वहीं कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढय्या का असर है। शनि के वक्री होने से इन पांचों राशि वालों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट सकता है। आगे जानिए 30 जून से 16 नवंबर तक ये कौन-से 4 काम न करें…
1. शनि हमेशा उन लोगों को अधिक परेशान करता है तो अपने अधीनस्थों यानी कर्मचारियों को बेवजह सताता है। उनका पैसा नहीं देता और शोषण करता है। ये काम जो भी करता है, शनि उसे अवश्य दंड देता है।
2. जो लोग गलत संगति में रहकर बुरे काम करते हैं, उन पर भी शनि का प्रकोप ज्यादा होता है। इसलिए न तो कोई गलत काम करें और न ही ऐसे लोगों के साथ रहें, तभी आप शनि के प्रकोप से बचे रहेंगे।
3. शनिवार को शनि का दिन माना जाता है। जब तक शनि वक्री स्थिति में है, शनिवार को भी गलत काम न करें जैसे शराब न पीएं, मांस न खाएं और किसी के साथ गलत व्यवहार न करें।
4. अगर आपने किसी को विश्वास में लेकर उससे धन लिया है और लालच में आकर आप उसे लौटाना नहीं चाहते तो ऐसे लोगों पर भी शनि की वक्री दृष्टि रहती है। शनि के वक्र काल से पहले वो पैसा उसे लौटा दें।
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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।