आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम के कारण रोमांच तो बढ़ा है, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली समेत कई लोगों का मानना है कि यह नियम भारतीय क्रिकेट के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे ऑलराउंडर खिलाड़ियों के विकास पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
IPL में नए नियमों से क्रिकेट फैंस को तो एंटरटेनमेंट मिल रहा है और फ्रेंचाइजी को जीत, लेकिन ये नियम भारतीय क्रिकेट के लिए घातक हैं। कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने भी इस बारे में अपनी राय रखी थी। लेकिन, खबर है कि BCCI अगले IPL में भी इस नियम को बरकरार रखने की योजना बना रहा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम का नकारात्मक पहलू?
शुरुआत में इम्पैक्ट प्लेयर, IPL का नया नियम, काफी अच्छा लगा था। इससे 12वें खिलाड़ी को भी खेलने का मौका मिलता है। कई लोगों का मानना था कि इससे खिलाड़ियों को फायदा होगा। लेकिन, यही इम्पैक्ट प्लेयर नियम अब क्रिकेट के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है। इसके बावजूद, BCCI अगले सीजन में भी इसे IPL में बनाए रखने पर विचार कर रहा है।
इम्पैक्ट प्लेयर यानी एक ऐसा खिलाड़ी जो किसी बल्लेबाज या गेंदबाज के अपने खेल को पूरा करने के बाद उसकी जगह लेता है। IPL में इस नियम ने खूब सुर्खियां बटोरी हैं। कई टीमें इस नियम की बदौलत कई मैच जीतने में कामयाब रहीं। यही वजह है कि IPL में इम्पैक्ट प्लेयर की खूब चर्चा हो रही है।
इस नियम के कारण मैच रोमांचक हो रहे हैं और IPL को नया आयाम मिल रहा है। 12वें खिलाड़ी को भी खेलने का मौका मिल रहा है। यह सब देखकर तो लगता है कि सबकुछ अच्छा ही हो रहा है। लेकिन, फिलहाल इम्पैक्ट प्लेयर से सिर्फ मनोरंजन मिल रहा है, लेकिन भविष्य में यह क्रिकेट के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
इस नियम के कारण शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी गेंदबाजी करना भूल रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो भारत को अच्छे ऑलराउंडर मिलने मुश्किल हो जाएंगे। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का भी मानना है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम क्रिकेट के लिए हानिकारक है, खासकर भारत के लिए। उन्होंने दुबे का उदाहरण देते हुए कहा था कि CSK ने दुबे को सिर्फ एक इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर इस्तेमाल किया। वह सिर्फ बल्लेबाजी करते थे और फिर पवेलियन लौट जाते थे। इससे वह गेंदबाजी ही भूल गए।
अगर दुबे जैसा ऑलराउंडर सिर्फ बल्लेबाजी करेगा और गेंदबाजी नहीं करेगा तो वह अपनी पूरी क्षमता साबित नहीं कर पाएगा। इससे वह सिर्फ एक बल्लेबाज बनकर रह जाएगा, जो भारतीय क्रिकेट के लिए नुकसानदेह होगा। रोहित ने यही चिंता जताई थी। लेकिन, लगता है कि BCCI को उनकी बात समझ नहीं आ रही है। अगर BCCI को अपनी गलती का एहसास हो जाए तो अच्छा होगा। अगर उन्होंने फिर से इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू किया तो भारत को अगला ICC टूर्नामेंट जीतने के लिए एक और दशक इंतजार करना पड़ सकता है।