
Yashasvi Jaiswal Oval Test Runs: किसी भी मैच में सलामी बल्लेबाजों की पार्टनरशिप बहुत इंपॉर्टेंट रोल प्ले करती है। खासकर, टेस्ट मैच के दौरान सलामी बल्लेबाज अगर लंबी पारी खेलते हैं, तो बड़ा स्कोर बनने के चांसेस ज्यादा होते हैं। लेकिन भारत और इंग्लैंड के बीच तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज के पांचवें मुकाबले में सलामी बल्लेबाज ज्यादा कमाल नहीं कर पाए। यशस्वी जायसवाल दो रन पर आउट हो गए, तो वहीं केएल राहुल ने भी केवल 14 रन ही बनाए। यशस्वी जायसवाल इस सीरीज में अपने बल्ले से बड़ा स्कोर नहीं बना पाए है। आइए आपको बताते हैं कि कहां पर वह पीछे रह गए हैं।
तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज में यशस्वी जायसवाल भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज हैं। अब तक की 9 पारियों में वो 32.55 की औसत से 293 रन ही अपने नाम कर पाए हैं। पिछली पांच परियों की बात की जाए तो दो बार वह गोल्डन डक का शिकार हुए। एक बार उनके बल्ले से 13 रन बने। हालांकि, एक टेस्ट मैच में उन्होंने 58 रन जरूर बनाएं। लेकिन ओवल टेस्ट मैच में वह फिर केवल दो रन बनाकर आउट हो गए। पिछली पांच पारियों में यशस्वी जायसवाल के बल्ले से केवल 73 रन बने हैं। हालांकि, यशस्वी जायसवाल के पास तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज में कम बैक करने के लिए एक पारी और बची हुई है। देखना यह होगा कि क्या यशस्वी जायसवाल अपने बल्ले से आखिरी पारी में रन बना पाते हैं या फिर फेल होते हैं।
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इंग्लैंड की पिच पर हरी घास के कारण गेंद ज्यादा स्विंग करती है। ऐसे में क्या यशस्वी जायसवाल इस पिच को पढ़ नहीं पा रहे हैं और जल्दबाजी में आउट हो रहे हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में और घरेलू मैदान पर यशस्वी जायसवाल के बल्ले से खूब रन निकले थे। ऐसे में अगर यशस्वी जायसवाल संयम के साथ पांचवें टेस्ट मैच की दूसरी पारी में खेलते हैं, तो पिच को पढ़ने के बाद वह बड़ा स्कोर बना सकते हैं। जिस तरह से केएल राहुल ने संयम दिखाते हुए मैनचेस्टर टेस्ट में 90 रन बनाएं। रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, ऋषभ पंत यहां तक कि कप्तान शुभमन गिल ने भी इस सीरीज में खूब रन बनाए हैं। अगर उनकी तरह यशस्वी जायसवाल भी संयम से खेलते हैं, तो वह टेस्ट मैच की दूसरी पारी में बड़ा स्कोर बना सकते हैं।