केंद्र सरकार ने फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया। इस कार्रवाई के बाद इंडियन नेशनल लोकदल के नेता व हरियाणा विधायक अभय सिंह चौटाला ने बृजभूषण शरण सिंह और उनके समर्थकों पर कटाक्ष किया है।
Wrestling Federation suspension: भारतीय कुश्ती महासंघ में बीते दिनों बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद मचा बवाल अब जुबानी जंग में तब्दील हो चुका है। चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थक बेहद मुखर होकर 'दबदबा' कायम रहने का दावा कर रहे थे। लेकिन तीन दिन बाद महिला पहलवानों के मुखर होने और जनदबाव के बाद केंद्र सरकार ने फेडरेशन को सस्पेंड कर दिया। इस कार्रवाई के बाद इंडियन नेशनल लोकदल के नेता व हरियाणा विधायक अभय सिंह चौटाला ने बृजभूषण शरण सिंह और उनके समर्थकों पर कटाक्ष किया है।
केंद्र द्वारा भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की गतिविधियों को निलंबित करने के तुरंत बाद हरियाणा के विधायक अभय सिंह चौटाला ने विवादित बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की "दबदबा" टिप्पणी का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा:जब हरियाणे वाले खूंटा डाल देते हैं तो अच्छे अच्छे दबाबे उड़ जाते हैं।
इसके पहले यौन उत्पीड़न के आरोपी बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कुश्ती की टॉप बॉडी के चुनाव में अपने करीबी संजय सिंह के अध्यक्ष चुने जाने के बाद कहा था कि उनका "दबदबा " जारी रहेगा। यह जीत उनकी महासंघ पर पकड़ का संकेत है।
दरअसल, साक्षी मलिक हरियाणा की पहलवान है। वह, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया सहित दर्जनों दिग्गज पहलवानों ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिला पहलवानों के पक्ष में मुखर होकर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन किया था। लेकिन विश्वस्तर पर भारत के लिए कई पदक दिलाने वाली साक्षी मलिक ने फेडरेशन चुनाव का परिणाम आने के बाद रोते हुए कुश्ती से सन्यास लेने का ऐलान किया था। उनके सन्यास के अगले दिन बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री, दिल्ली के कर्तव्यपथ के फुटपाथ पर छोड़ने के साथ पीएम मोदी को लेटर लिखा था। शनिवार को बजरंग पूनिया का अनुसरण करते हुए गूंगा पहलवान ने भी अपना पद्मश्री लौटाने का ऐलान कर दिया। बढ़ते जनदबाव के चलते केंद्र सरकार बैकफुट पर आ गई और रविवार को केंद्रीय खेल मंत्रालय ने फेडरेशन की नई कार्यकारिणी को सस्पेंड कर दिया।
यह भी पढ़ें: