Paris Olympics 2024: सीधे गेम में जीत के साथ पीवी सिंधु ने शुरू किया अभियान

पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में जीत के साथ पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने अपने अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने मालदीव की फतिमाथ नबाहा को सीधे गेम में हराया।

 

खेल डेस्क। भारत की प्रसिद्ध महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने रविवार को पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की। ग्रुप-स्टेज महिला सिंगल्स का पहला मैच खेलते हुए सिंधु ने मालदीव की फथीमथ नबाहा को सीधे गेम में हराया। इसमें उन्हें 30 मिनट से भी कम समय लगे। सिंधु ने 21-9, 21-6 से मैच जीता।

पीवी सिंधु ने ओलंपिक गेम्स में दो बार पदक जीते हैं। वह बैडमिंटन में 10वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी हैं। मैच के दौरान पहले ही पॉइंट से उन्होंने फातिमाथ पर पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा। उन्होंने फातिमाथ को बैककोर्ट में धकेलने और स्मैश से हमला किया। फातिमाथ नेट एक्सचेंजों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं। उन्होंने कोर्ट से शटल ऊपर उठाने की कोशिश में अधिकांश समय नेट पर मारा।

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पीवी सिंधु के लिए अभ्यास की तरह था मैच

सिंधु ने कोर्ट के पीछे से अलग-अलग शॉट लगाने की कोशिश में 15 अंक गंवाए। वह पहले गेम में अपने प्रदर्शन से खुश दिखीं। उन्होंने कहा कि वह इसे अभ्यास मैच के तौर पर देखती हैं। कोर्ट-साइड इंटरव्यू में सिंधु ने कहा, "मुझे लगता है कि मैं आत्मविश्वास से भरी थी। मैंने उसके साथ पहले भी खेला है। मुझे पता है कि वह कैसे खेलती हैं। मुझे लगता है कि यह एक अभ्यास मैच की तरह था। मुझे लगता है कि शुरुआत से ही मैं इसे आसान नहीं लेना चाहती थी। मैंने बढ़त बना ली थी। मैं कुछ समय के लिए कोर्ट की आदत डालना चाहती थी। मैंने कुछ अंक गंवा दिए, मुझे लगता है कि यह मेरे लिए एक आरामदायक जीत थी।"

बता दें कि सिंधु पिछले कुछ समय से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं। पेरिस ओलंपिक की तैयारियों के दौरान वह कई बार चोटिल हुईं। उन्हें अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में वापस आने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। इस संबंध में सिंधु ने पिछले दिनों कहा था, "मुझे लगता है कि दोनों ही तरह से (मानसिक और शारीरिक रूप से वापसी करना) यह बहुत कठिन है। मेरे लिए सकारात्मक बने रहना बहुत जरूरी है। जब चोट लगती है तो आप मानसिक रूप से कई बार सही महसूस नहीं करते हैं। मेरे आस-पास के मेरे सपोर्ट स्टाफ ने मेरा साथ दिया। मुझे आगे बढ़ने में मदद की।"

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