ऐसी शादी के बारे में शायद ही कभी सुना हो। यह अनोखी शादी हास्पिटल के बेड पर ही हुई। दूल्हे ने परिजनों की मौजूदगी में बेड पर ही दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा। एक साथ जीने मरने की कसम खाने वाले प्रेमी जोड़े ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई।
अरवल। आपने बहुत सी शादियां देखी होंगी, पर ऐसी शादी के बारे में शायद ही कभी सुना हो। यह अनोखी शादी हास्पिटल के बेड पर ही हुई। दूल्हे ने परिजनों की मौजूदगी में बेड पर ही दुल्हन की मांग में सिंदूर भरा। एक साथ जीने मरने की कसम खाने वाले प्रेमी जोड़े ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। अगल-बगल के बेडों पर लेटे मरीज विवाह के साक्षी बनें। आइए जानते हैं किस वजह से इनकी शादी हास्पिटल के बेड पर ही हो गयी।
प्रेम प्रसंग से घर वाले थे अनजान
दरअसल, औरंगाबाद के ठाकुर बिगहा निवास नीरज (21 वर्ष) और अरवल के हरदिया दौलतपुर गांव की कौशल्या (19 वर्ष) एक दूसरे से प्रेम करते थे। करीबन एक साल से उनके बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था, पर घर वाले अनजान थे। नीरज इंटरमीडिएट का छात्र है। इस समय इंटरमीडिएट की परीक्षा भी चल रही है।
घूमने निकले तो बाइक का हुआ एक्सीडेंट
बुधवार को परीक्षा के बाद नीरज और उसकी प्रेमिका ने घूमने की योजना बनायी और दोनों बाइक से अरवल की तरफ निकल गए। पूरे दिन बाजार, मंदिर में घूमने के साथ रेस्टोरेंट में खाना भी खाया। घर वापस लौटते समय एनएच 139 पर बस स्टैंड के पास नीरज के बाइक का एक्सीडेंट हो गया। हादसे में दोनों घायल हुए तो उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया गया। लोगों ने उनके परिजनों को भी यह जानकारी दी।
परिजनों ने अस्पताल में घमासान के बाद करा दी शादी
जब प्रेमी युगल के परिजन अस्पताल पहुंचे, तब उन्हें पता चला कि दोनों एक दूसरे से प्रेम करते हैं। यह राज खुलने पर युवक और युवती के घर वालों के बीच कहासुनी भी हुई, पर अंत में घमासान थमा और दोनों पक्ष के लोगों ने तय किया कि युवक और युवती की शादी करा दी जाए। सिंदूर और वरमाला का इंतजाम हुआ और नीरज ने बेड पर ही कौशल्या की मांग भरी। घर वालों की मौजूदगी में दोनों ने एक दूसरे को वरमाला पहनायी।