बिहार में धान, मक्का और अन्य खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए सरकार किसानों को डीजल अनुदान देने का काम कर रही है। यह अनुदान प्रति एकड़ 750 रुपये की दर से दिया जाएगा।
बिहार के किसान। बिहार में मानसून के दौरान सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है, जिसका असर खरीफ फसल पर पड़ रहा है। राज्य सरकार ने नष्ट हो रहे फसलों को बचाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। नीतीश कुमार की सरकार ने बीते शुक्रवार को डीजल अनुदान लागू कर दिया है। सरकार के फैसले से राज्य के किसानों को मदद मिलेगी। कृषि विभाग के मुताबिक-"ऑथोराइज़्ड डीलर से डीजल खरीदने वाले निबंधित किसानों को सब्सिडी का फायदा मिलेगा। गांव के अलावा शहरी क्षेत्र के किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा।"
25 जुलाई को हुई कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डीजल अनुदान देने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही शुक्रवार 26 जुलाई से ही पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई। बिहार के कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा-"सब्सिडी में मिलने वाला पैसा आधार नंबर से जुड़े किसानों के बैंक खाते में सीधे भेजी जाएगी। इसका फायदा उठाने के किसान कृषि विभाग की वेबसाइट dbtagriculture-bihar-gov-in पर आवेदन कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 30 अक्टूबर तक आवेदन लिए जाएंगे। हमारे लिए बिहार में खरीफ फसल को बचाने की चुनौती है।" बता दें कि बिहार एक गरीब राज्य है। किसान खेती के लिए ज्यादात्तर मौसमी वर्षा पर ही आश्रित रहते हैं।
कैसे मिलेगा अनुदान?
बिहार कृषि विभाग के अनुमान के मुताबिक एक एकड़ की सिंचाई के लिए 10 लीटर डीजल की खपत होती है। मुख्य फसलों की हर एक तीन सिंचाई के लिए 750 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से 2250 रुपया सब्सिडी के रूप में मिलेगा। किसान को धान का बिचड़ा बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा दो सिंचाई के लिए ₹1500 प्रति एकड़ के रेट से सब्सिडी मिलेगा। ये भी स्पष्ट किया गया है कि एक किसान को अधिकतम 8 एकड़ के लिए डीजल पर सब्सिडी मिलेगी।
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