
Bihari Ganj Assembly Election 2025: बिहार के मधेपुरा जिले की बिहारीगंज विधानसभा सीट पर साल 2025 में बीजेपी प्रत्याशी अरुण शंकर प्रसाद ने 1 लाख से अधिक वोट हासिल कर जीत अपने नाम की।
बिहारीगंज सीट पर पहला विधानसभा चुनाव 2010 में हुआ। इस चुनाव में जदयू की रेणु कुमारी ने कांग्रेस के प्रभाष कुमार को हराकर जीत दर्ज की।
2015 के चुनाव में जदयू ने नया चेहरा निरंजन कुमार मेहता को मैदान में उतारा। उनका मुकाबला भाजपा के रवींद्र चरण यादव से हुआ।
नोट: यह जीत बताती है कि यहां जदयू की पकड़ मजबूत होती जा रही थी।
2020 का चुनाव रोमांचक रहा। कांग्रेस ने दिग्गज नेता शरद यादव की बेटी सुभाषिनी शरद यादव को मैदान में उतारा। लेकिन यहां भी जदयू के निरंजन मेहता ने बाजी मार ली।
नोट: यह लगातार दूसरी जीत थी निरंजन मेहता की, जिसने उनकी राजनीतिक पकड़ और मजबूत कर दी।
बिहारीगंज की राजनीति जातीय समीकरणों पर आधारित है। यहां यादव, कोसी क्षेत्र के अन्य पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जातियों का वोट निर्णायक भूमिका निभाता है। यही वजह है कि जदयू और भाजपा गठबंधन की पकड़ मजबूत रहती है। लेकिन कांग्रेस ने 2020 में जो चुनौती दी, उससे यह साफ है कि 2025 में मुकाबला और दिलचस्प हो सकता है।
2020 में JDU हार गई थी, लेकिन वोटों का आंकड़ा बताता है कि उनका वोट शेयर काफ़ी मज़बूत था। इस बार BJP और JDU मिलकर मैदान में हैं। कांग्रेस को 2020 में सिर्फ 8,226 वोट मिले थे। 2015 में भी कांग्रेस कमजोर रही थी। अब 2025 में कांग्रेस का अस्तित्व सवालों में है-क्या पार्टी सिर्फ सांकेतिक भूमिका निभाएगी या कोई बड़ा सरप्राइज देगी?
बिहपुर सीट का इतिहास बताता है कि यहां कभी जेडीयू तो कभी राजद ने जीत दर्ज की है। 2020 का भारी जनादेश राजद के पक्ष में था, लेकिन राजनीति में कुछ भी स्थायी नहीं होता। यही वजह है कि 2025 का चुनाव और भी रहस्यमय लग रहा है।
कुल मिलाकर, बिहपुर विधानसभा चुनाव 2025 (Bihpur Vidhan Sabha Chunav 2025) में मुकाबला RJD बनाम NDA के बीच बेहद दिलचस्प रहा, अरुण प्रसाद फिर से जीत का परचम लहराए।
बिहार की राजनीति, सरकारी योजनाएं, रेलवे अपडेट्स, शिक्षा-रोजगार अवसर और सामाजिक मुद्दों की ताज़ा खबरें पाएं। पटना, गया, भागलपुर सहित हर जिले की रिपोर्ट्स के लिए Bihar News in Hindi सेक्शन देखें — तेज़ और सटीक खबरें Asianet News Hindi पर।