दाना चक्रवात ने बिहार में किसानों की फसल बर्बाद कर दी। जमुई में एक किसान की बेटी की शादी का सपना टूट गया क्योंकि उसकी पूरी फसल बर्बाद हो गई। सैंकड़ों किसानों की फसलें भी बर्बाद हुईं।
जमुई. दाना साइक्लोन ने खूब तमाही मचाई। कई मकान गिर गए तो कहीं सड़कें उखड़ गईं। वहीं बिहार में भी चक्रवात का असर देखने को मिला। तूफान के चलते तेज बारिश हुई, जिसमें फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गईं। साल भर की मेहनत एक पल के लिए आए तूफन ने सब चौपट कर दिया। आलम यह है कि किसान अपनी हालत पर रोने के अलावा कुछ कर भी नहीं सकते हैं। वहीं एक किसान का बुरा हाल है, क्योंकि इसी साल उनकी बेटी की शादी थी, लेकिन फसल खराब होने के कारण अब वह यह विवाह नहीं कर पाएंगे। बता दें कि यह दाना चक्रवात बंगाल की खाड़ी से उठा और करीब 110 Km/h की रफ्तार से ओडिशा तट से टकराया।
दरअसल, बिहार के कई जिलों में पिछले 48 घंट से रूक-रूककर हो रही बारिश के चलते कई गांवों की फसल बर्बाद हो गई है। पूरी की पूरी धान की फसल पककर तैयार थी, लेकिन दाना चक्रवात इतने तेज तरीके से आया कि वह खड़े-खड़े गिर गई। बता दें कि इस चक्रवात के कहर से आए तूफान और बारिश ने किसानों के चेहरे की मुस्कुराहट छीन ली।
इस तूफान की वजह से सबसे बुरा हाल जमुई जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के पकरी गांव के रहने वाले किसान विपिन कुमार का है। जिन्होंने तीन महीने पहले कर्जा लेकर अपने चार बीघा जमीन में धान की फसल लगाई थी। उनको उम्मीद थी कि वह इससे जो पैसा आएगा उसमें से थोड़ा सा बचाकर वह अपनी बेटी की शादी करेंगे। लेकिन इस दाना चक्रवात ने सब बर्बाद कर दिया है। ना ही उनके आंगन में इस साल बारात आएगी और ना ही उनकी बेटी शादी के बाद विदा होगी।
वहीं इसी तरह का हाल जमुई जिले में सनकुरहा गांव में रहने वाले किसानों की है। जहां के सैंकड़ों किसानों की पूरी की पूरी फसल तेज बारिश के चलते गिर गई है। एक किसान की तो 50 एकड़ में लगाई धान बर्बाद हो गई है। बता दें कि इन किसानों ने प्रदेश सरकार से पूरा का पूरा मुआवजा मिलने की गुहार लगाई है।
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