बिहार के स्वास्थ्य महकमे ने एक युवक के शादी के सपनों पर कैंची चला दी है। आर्थिक रूप से कमजोर युवक हाइड्रोसील का आपरेशन कराने सरकारी अस्पताल गया हुआ था। जहां डाक्टरों ने उसकी नसबंदी कर दी। युवक अविवाहित है, परिवार को उसके शादी की चिंता सता रही है।
कैमूर। बिहार स्वास्थ्य विभाग के इस अजब गजब कारनामे को सुनकर आप दंग हो जाएंगे। चिकित्सकों ने एक युवक के शादी के सपनों पर कैंची चला दी है। आर्थिक रूप से कमजोर युवक हाइड्रोसील का आपरेशन कराने सरकारी अस्पताल गया हुआ था। जहां डाक्टरों ने उसकी नसबंदी कर दी। युवक अविवाहित है, अब परिवार को उसके शादी की चिंता सता रही है। परिजन आरोपी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी में हैं।
सरकारी अस्पताल में आपरेशन कराने गया था युवक
पीड़ित युवक की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसीलिए उसने सरकारी अस्पताल में हाइड्रोसील का आपरेशन कराने का निर्णय लिया। आपरेशन कराने के लिए वह चैनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया। युवक मनक्का यादव का कहना है कि हाइड्रोसील का आपरेशन कराने सरकारी अस्पताल आए थे। पर चिकित्सकों ने उसकी जगह नसबंदी कर दी। अभी हमारी शादी भी नहीं हुई है। डॉक्टर ने ऑपरेशन करने के बाद कहा कि नसबंदी कर दिए हैं, हाइड्रोसील के ऑपरेशन के लिए किसी निजी अस्पताल में जाओ।
युवक के सपनों पर डॉक्टर ने चलायी कैंची
पीड़ित के परिजनों का कहना है कि काफी दिनों से पीड़ित का हाइड्रोसील बढ़ा हुआ था। सरकारी अस्पताल में इलाज कराने गए तो डॉक्टरों ने हाइड्रोसील का ऑपरेशन करने की जगह नसबंदी कर दी।ऑपरेशन करने के बाद इस बारे में जानकारी दी गयी। अब इससे शादी कौन करेगा। डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी जाएगी। युवक के शादी के सपनों पर पानी फिर चुका है।
पहले भी लग चुका है आरोप
ऐसा नहीं कि यह पहली बार हुआ है। इसके पहले भी डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से आपरेशन में दिक्क्तों की खबरें आती रही हैं। खगड़िया में महिलाओं ने भी नसबंदी में परेशानी के बाद गंभीर आरोप लगाए थे। महिलाओं का आरोप था कि आपरेशन के पहले उन्हें एनेस्थीसिया दिए बिना डॉक्टर ने नसबंदी का आपरेशन कर दिया। महिलाएं जब दर्द से चीखने लगीं तो डॉक्टरों ने उनका मुंह जबरन बंद किया।