'लोकसभा चुनाव-2024' में मोदी को घेरने तमाम ना-नुकुर और गतिरोध के बीच 23 जून को विपक्षी दलों ने पटना में एकजुटता दिखाने की कोशिश की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर हुई बैठक में 15 पार्टियां शामिल हुईं।
पटना. 'लोकसभा चुनाव-2024' में मोदी को घेरने तमाम ना-नुकुर और गतिरोध के बीच 23 जून को विपक्षी दलों ने पटना में एकजुटता दिखाने की कोशिश की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर हुई बैठक में 15 पार्टियां शामिल हुईं। मीटिंग का मुख्य एजेंडा हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी, भाजपा के खिलाफ गठबंधन का नाम, कामन मिनिमम प्रोग्राम, सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला है। हालांकि इसमें अरविंद केजरीवाल की जिद पर दिल्ली अध्यादेश का फॉर्मूला भी शामिल किया गया।
लोकसभा चुनाव 2024, पटना में विपक्ष की मीटिंग पर रविशंकर प्रसाद का बयान-इस बारात का दूल्हा कौन?
शुक्रवार को विपक्ष की मेगा बैठक के लिए जैसे ही विभिन्न पार्टियों के नेता बिहार की राजधानी पटना पहुंचे, भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा?
रविशंकर प्रसाद ने तंज कसा-"नीतीश कुमार पटना में 2024 के लिए बारात सजा रहे हैं, बारात में तो दूल्हा भी होता है, पर इस बारात का दूल्हा(PM पद का उम्मीदवार) कौन है? यहां तो हर कोई खुद को पीएम दावेदार बता रहा है?'
पटना में विपक्षी दलों की महागठबंधन को लेकर बैठक, अरविंद केजरीवाल की पॉलिटिक्स
इससे पहले बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, ये जो बारात लगी है, उसमें सभी दूल्हे हैं, बाराती कोई नहीं है। भाजपा नेता ने कहा कि नीतीश जी ने ऐसी बारात लगाई है, जिसमें सब दूल्हे हैं। हर कोई दूसरों से अपनी शर्तें मनवाने में लगा हुआ है। केजरीवाल ने धमकी दी है कि जब तक कांग्रेस अध्यादेश के मुद्दे पर सहयोग की घोषणा नहीं करती, वह बैठक में शामिल नहीं होंगे। संभव है कि कुछ सहमति बनी हो, इसलिए वे भी पहुंच गए।
इससे पहले पटना पहुंचे कांग्रेस नेता नेता राहुल गांधी ने फिर से वही दुहराया कि देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा है, तो दूसरी तरफ भाजपा-आरएसएस की भारत तोड़ो विचारधारा। हालांकि उनके बयान पर भाजपा ने पंच मारा है।
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