लोकसभा चुनाव की तरीखों के ऐलान के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बिहार के केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने पद से इस्तीफा दे दिया है। पशपति पारस ने एनडीए गठबंधन में उनकी पार्टी को एक भी सीट न मिलने पर ये कदम उठाया है।
बिहार। लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में भी राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। फिलहाल एनडीए की सीट बंटवारे की लिस्ट में आरएलजीपी के हाथ खाली रहने से से पार्टी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस नाराज हो गए हैं। ऐसे में पशुपति ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। पशुपति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में पशुपति ने भाजपा और अपनी पार्टी आरएलजीपी के बीच गठबंधन को भी तोड़ दिया है।
पशुपति ने कहा- उनके साथ धोखा हुआ
आरएलजीपी प्रमुख ने कहा कि गठबंधन की बात की जाती है लेकिन फिर धोखा दे दिया जाता है। उनकी और पार्टी के साथ धोखा किया गया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को भाजपा ने एक भी सीट नहीं दी है। चिराग पासवान पर भाजपा के भरोसा जताने के बाद पशुपति पारस ने ये निर्णय लिया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले इस बड़े उलटफेर का व्यापक असर भी पड़ेगा।
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चिराग पासवान को पांच सीटें
चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी सीट बांटवारे में भाजपा ने पांच सीटें दी हैं। ऐसे में भाजपा का चिराग पर भरोसा और पारस की अनदेखी के कारण उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है। चिराग को पांच सीटों में हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र भी दिया गया है जहां से उनके चाचा ने 2019 में चुनाव जीता था।
पारस ने पीएम के नाम लिखी ये बातें
एनडीए की ओर से एलायंस की घोषणा की गई है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं। मेरी पार्टी और मुझे इस गठबंधन में अन्याय का सामना करना पड़ा है। इसलिए मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। मैं अब इस गठबंधन के साथ नहीं रह सकता हूं, इसलिए तोड़ रहा हूं।
क्या INDIA का हाथ थामेंगे पशुपति
पशुपति पारस के भाजपा गठबंधन से अलग होने के बाद कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या पशुपति अब INDIA एलायंस में शामिल होंगे? या फिर अपनी अलग पार्टी के साथ चुनाव लड़ेंगे।