जेडीयू के विधायक संजीव सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को मेंटल डिसाआर्डर हो गया है, सटीक इलाज की जरुरत है। इन बयानों के बाद महागठबंधन में घमासान मचा हुआ है।
पटना। बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान पर बिहार में सियासत थम नहीं रही है। एक बार फिर उन्होंने कहा है कि रामचरितमानस में थोड़ा कूड़ा कचरा है। उसे साफ करने की आवश्यकता है। सत्ताधारी दल जेडीयू के विधायक संजीव सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें मेंटल डिसाआर्डर हो गया है, सटीक इलाज की जरुरत है। इन बयानों के बाद महागठबंधन में घमासान मचा हुआ है।
पब्लिसिटी के लिए दे रहे हैं ऐसे बयान
बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंगलवार को संजीव सिंह ने कहा कि वह ऐसे बयान पब्लिसिटी के लिए दे रहे हैं, कुछ भी बोलते रहते हैं। उन्हें ज्ञान नहीं है, मेंटल डिसआर्डर के शिकार हो गए हैं। यदि अपने धर्म से उन्हें ज्यादा दिक्क्त है तो वह अपना धर्म क्यों बदल नहीं देते हैं।
साहस हो तो किसी अन्य धर्म के बारे में बयान दें
मीडियो रिपोर्ट्स के अनुसार, जेडीयू के विधायक संजीव सिंह ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि उनमें साहस है तो किसी अन्य धर्म के बारे में बयान दें। लोकतंत्र का नाजायज फायदा उठाया जा रहा है। धर्म में दिक्क्त महसूस हो रही हो तो वह धर्म परिवर्तन भी कर सकते हैं।
फिर दिया बयान
आपको बता दें कि राजद कोटे से चंद्रशेखर नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री हैं। वह लगातार रामचरित मानस पर सवाल उठा रहे हैं। मंगलवार को भी उन्होंने कहा कि वह रामचरितमानस पर पूर्व में दिए गए अपने बयान पर कायम हैं। रामचरितमानस उस जमाने के मुताबिक थी, उस समय शूद्र पढा लिखा नहीं था। इसमें शूद्र के बारे में अपमानजनक बातें हैं। अब शूद्र पढ लिख गया है, वह भी चीजों को समझता है। इसके पहले उन्होंने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया था। उसके कुछ दोहों पर आपत्ति भी जताई थी। कई बार जेडीयू के नेता उनके बयान पर आपत्ति जता चुके हैं।