बिहार के सुपौल में शुक्रवार को हुए खूनी खेल में एक 11 साल के बच्चे की जान चली गई। हैवानों को मासूम बच्चे पर भी तरस नहीं आई। उसे लाठी डंडों से पीट पीटकर मार डाला। घटना किशुनगंज इलाके के सुखासन पंचायत के वार्ड 11 की है।
सुपौल। बिहार के सुपौल में शुक्रवार को हुए खूनी खेल में एक 11 साल के बच्चे की जान चली गई। हैवानों को मासूम बच्चे पर भी तरस नहीं आई। उसे लाठी डंडों से पीट पीटकर मार डाला। घटना किशुनगंज इलाके के सुखासन पंचायत के वार्ड 11 की है। यहां दो पक्षो में जमीनी विवाद को लेकर खूनी झड़प हुई। परिवार वालों को पीटता देख लड़का बीच बचाव करने गया तो बदमाश उसी पर टूट पड़े, पांच लोग घायल हुए हैं। पुलिस आरोपियों को तलाश रही है।
16 एकड़ जमीन को लेकर शुरु हुआ विवाद
जानकारी के अनुसार 16 एकड़ जमीन को लेकर राजेन्द्र साह और विलास साह के बीच पहले से विवाद था। दोनों पक्षों के बीच शुक्रवार की दोपहर को जमीन को लेकर विवाद शुरु हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि वह खूनी झड़प में तब्दील हो गया। दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरु हो गई। राजेन्द्र साह के बड़े भाई बद्री साह से यह देखा नहीं गया तो वह बीच बचाव के लिए आएं। दूसरे पक्ष के लोग उन्हें भी लाठी डंडों से पीटने लगे। उनमें जितेंद्र साह, रंजीत साह, उमाशंकर साह, विष्णुदेव साह, ब्रहमदेव साह, रामविलास साह, कारी साह और छोटेलाल साह शामिल थे।
आंख में मिर्ची डालने के बाद मारपीट कर किया घायल
मारपीट के दौरान ही ब्रह्मदेव साह की पत्नी रंजू देवी ने बद्री साह की आंखों में मिर्ची पाउडर झोंक दिया। आंख में मिर्ची पाउडर पड़ते ही बद्री साह छटपटाने लगे। अपने बचाव के लिए आंखें बंद कर लीं और आंगन की तरफ दौड़े। इसी बीच दूसरे पक्ष के लोगों ने ब्रदी साह, उनकी पत्नी और राजेंद्र साह और उनकी पत्नी को मारकर लहूलुहान कर दिया। यह सब देख राजेन्द्र साह का 11 वर्षीय बेटा चंदन कुमार अपने परिजनों को बचाने के लिए बीच बचाव करने आया। बदमाशों ने उसे भी नहीं बख्शा। लाठी-डंडे से उसे इतना पीटा कि वह वहीं जख्मी होकर गिर पड़ा।
ग्रामीण इकट्ठा हुए और पुलिस को दी गई जानकारी
हंगामा मचा तो ग्रामीणों की भीड़ भी घटना स्थल पर इकट्ठा हो गई। पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। मौका पाकर आरोपी मौके से भाग खड़े हुए। लोगों ने घायलों को इलाज के लिए पीएचसी पहुंचाया। पर रास्ते में ही चंदन की मौत हो गई। परिवार में कोहराम मच गया। बहरहाल, घायलों की गंभीर हालत देखते हुए पीएचसी के डॉक्टर ने घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया।