
Tarari Assembly Election 2025: तरारी विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी के विशाल प्रशांत जीत गए। उन्हें 96887 वोट मिले। उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (मुक्ति) के मदन सिंह, कुमी सिंह के पुत्र को हराया। जिन्हें 85423 वोट मिले। CPI(ML)(L) का गढ़ माने जाने वाले बिहार की तरारी विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प रहा। Tarari Assembly Seat हमेशा से ही राजनीति के बदलते समीकरणों की गवाही देती रही है। यहां कभी जेडीयू (JDU) ने जीत दर्ज की, कभी CPI(ML)(L) ने अपनी ताकत दिखाई और हाल ही में हुए 2024 उपचुनाव में भाजपा (BJP) ने बाजी मारी।
2010 में इस सीट से जेडीयू (JDU) के नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय ने जीत दर्ज की।
खास बात: इस जीत ने जेडीयू को तरारी क्षेत्र में मजबूत किया।
2015 का चुनाव बेहद करीबी साबित हुआ। इस बार CPI(ML)(L) के सुदामा प्रसाद ने जीत दर्ज की।
खास बात: यह मुकाबला बिहार की राजनीति में सबसे रोमांचक टक्करों में गिना गया।
2020 में सुदामा प्रसाद ने एक बार फिर जीत दर्ज की। इस बार उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी नरेंद्र कुमार पांडेय को मात दी।
नोट: सुदामा प्रसाद स्नातक तक पढ़े लिखे हैं। उन पर तीन आपराधिक मुकदमे हैं। उनकी कुल संपत्ति करीब 62 लाख रुपए हैं और उन पर 16 हजार रुपए का कर्जा भी है।
जब सुदामा प्रसाद सांसद बने और सीट खाली हुई, तो 2024 में उपचुनाव कराया गया। इसमें भाजपा (BJP) के विशाल प्रशांत ने बड़ा उलटफेर किया।
खास बात: यह जीत भाजपा के लिए ऐतिहासिक रही क्योंकि यह सीट लंबे समय से वामपंथी दलों का गढ़ मानी जाती थी।
नोट: विशाल प्रशांत 12वीं पास हैं। उनके पास करीब 5.77 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। कोई आपराधिक केस तो नहीं है लेकिन 32 लाख रुपए की देनदारी जरूर बकाया है।
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