राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में पूछताछ के लिए पटना स्थित ईडी ऑफिस पहुंचे हैं। इसी केस में सोमवार को ईडी ने 10 घंटे तक लालू यादव से पूछताछ की थी।
पटना। जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में ईडी (Enforcement Directorate) की टीम जांच कर रही है। ईडी ने पूछताछ के लिए राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को समन भेजा था। तेजस्वी मंगलवार को पटना स्थित ईडी ऑफिस पहुंचे। ईडी ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में राजद के नेता और कार्यकर्ता जुटे हुए हैं।
इससे पहले सोमवार को पटना में ईडी के ऑफिस में लालू प्रसाद यादव से पूछताछ हुई थी। लालू से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी। लालू यादव की बड़ी बेटी मामले में सह-अभियुक्त मीसा भारती सोमवार को ईडी ऑफिस गईं थीं। राजद के नेता और कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में ईडी ऑफिस के बाहर जुटे थे। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी। ईडी ने 19 जनवरी को लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था।
क्या है जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामला?
UPA-1 सरकार में राजद प्रमुख लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान बिना विज्ञापन निकाले कई लोगों को रेलवे में ग्रुड डी के पदों पर नौकरी दी गई। लालू यादव ने नौकरी के बदले अपने परिवार के नाम पर औने-पौने दाम में जमीन लिखवाया था। कुछ जमीन एके इंफोसिस्टम्स नाम की कंपनी को रिश्वत के रूप में ट्रांसफर की गई थी। ईडी का आरोप है कि एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड इस मामले में कथित तौर पर लाभार्थी कंपनी है। दक्षिणी दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में इसके पंजीकृत पते का इस्तेमाल लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा किया जा रहा था।
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लैंड फॉर जॉब केस की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। इस मामले में हुए मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी द्वारा की जा रही है। इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, मीसा भारती, हेमा यादव सहित कई आरोपी हैं। इस महीने की शुरुआत में ईडी ने मामले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया।
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