Waqf Amendment Bill पर बिहार की राजनीति गर्म। JDU सांसद संजय झा, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान और निशिकांत दुबे ने विपक्ष को घेरा। जानें, वक्फ संपत्ति विवाद पर नेताओं के बयान जिन्होंने विपक्ष को हिला दिया।
Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक (Waqf Amendment Bill) को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई है। बिहार के कई बड़े नेताओं ने इस पर अपना रिएक्शन दिया। कुछ नेताओं ने इसे ऐतिहासिक और न्यायसंगत बताया तो विपक्षी दलों ने इसे मुस्लिम विरोधी करार दिया। इस पूरे मुद्दे के केंद्र में बिहार के वो चार बड़े नेता उभरकर सामने आए हैं, जिन्होंने वक्फ संपत्ति को लेकर विपक्ष को हिला कर रख दिया। ये नेता हैं JDU सांसद संजय झा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे। आइए जानते हैं कि वक्फ बिल को लेकर इन नेताओं ने विपक्ष को क्या जवाब दिया?
1. JDU सांसद संजय झा–पसमांदा मुसलमानों को मिलेगा फायदा
बिहार के सत्तारूढ़ दल जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राज्यसभा सांसद संजय झा ने वक्फ संशोधन विधेयक को गरीब मुसलमानों के लिए एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि, "लोकसभा में चर्चा के बाद वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जो भी भ्रम की स्थिति थी, वह अब पूरी तरह साफ हो गई है। कुछ लोग केवल अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए मुसलमानों में गलतफहमी फैला रहे थे। लेकिन अब यह स्पष्ट है कि इस बिल से बिहार के पसमांदा मुसलमानों (पिछड़े और दलित मुसलमान) को सीधा फायदा मिलेगा।"
2. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह– कांग्रेस ने की थी 2013 में गलती, NDA ने सुधारा
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह ने इस विधेयक को न्यायसंगत करार दिया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, "2013 में कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति के चलते गलतियां की थीं, जिसे अब हमने सुधार दिया है। इस कानून के माध्यम से गरीब मुसलमानों और मुस्लिम महिलाओं को उनका अधिकार मिलेगा। इससे पारदर्शिता आएगी और वक्फ संपत्तियों की लूट को रोका जा सकेगा।"
3. चिराग पासवान–विपक्ष सिर्फ विरोध के लिए कर रहा है विरोध
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी इस विधेयक का समर्थन किया और विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि, "अगर सरकार पारदर्शिता लाने का प्रयास कर रही है, तो विपक्ष को इससे दिक्कत क्यों हो रही है? सिर्फ इसलिए कि यह विधेयक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और NDA सरकार लेकर आई है, क्या इसलिए वे इसका विरोध कर रहे हैं?''
4. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे–कांग्रेस ने मुस्लिम वोट बैंक के लिए बनाया वक्फ कानून
भाजपा के चर्चित सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में इस बिल का पुरजोर समर्थन किया और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि, "1954 में जब यह वक्फ एक्ट बना था, तब यह एक प्राइवेट मेंबर बिल था। इसे कांग्रेस ने केवल मुसलमानों के वोट बैंक की राजनीति के लिए सरकारी बिल बनाया। यह बिल संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 25 के खिलाफ था, लेकिन कांग्रेस ने इसे पास किया।" निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि, "पूरी दुनिया में कहीं भी ऐसा कानून नहीं है, जहां वक्फ बोर्ड को इतनी शक्ति दी गई हो। क्या भारत को एक मुस्लिम राष्ट्र बनाना चाहते हैं? यहां हर चीज़ को धर्म से जोड़ा जा रहा है, जबकि यह संविधान के खिलाफ है।"