बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के एक प्राइमरी स्कूल में प्रिंसिपल साहब नशे की हालत में बच्चों को पढा रहे थे। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर, उसे जेल भेज दिया है।
पश्चिम चंपारण। बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के एक प्राइमरी स्कूल में प्रिंसिपल साहब नशे की हालत में बच्चों को पढा रहे थे। पुलिस को शिकायत मिली। आनन फानन में शिक्षा अधिकारी और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने स्कूल का दौरा किया। प्रिंसिपल साहब का मेडिकल परीक्षण कराया गया तो आरोप सही पाए गए। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर, उसे जेल भेज दिया है। आपको बता दें कि बिहार में अप्रैल, 2016 से सरकार ने शराब की बिक्री व उसके सेवन पर पाबंदी लगाई है। उसके बाद भी मास्टर साहब तक शराब पहुंच गई।
पंचायत समिति के सदस्य ने की थी शिकायत
पुलिस के अनुसार, पश्चिमी चंपारण के एक प्राइमरी स्कूल में आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान अशोक यादव के रूप में हुई है। वह स्कूल में नशे की हालत में आए थे। जनस्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष व पंचायत समिति सदस्य अर्थराज यादव ने यह शिकायत की थी। उन्हीं की शिकायत पर कार्रवाई की गई है। अर्थराज यादव को ग्रामीणों से सूचना मिली थी कि प्रिंसिपल साहब शराब के नशे में बच्चों को पढा रहे हैं।
आरोपी टीचर पहले भी जा चुका है जेल
उन्होंने यह सूचना शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) दशरथ पोद्दार सक्रिए हुए। दोनों लोगों ने स्कूल का दौरा किया तो सूचना सही मिली। प्रिंसिपल नशे में ही बच्चों को पढा रहे थे। पुलिस को सूचना दी गई। ठकराहा पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि यह शिक्षक इसके पहले भी नशे से जुड़े मामले में जेल जा चुका है। उस समय आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की गई थी।
मेडिकल जांच में हुई पुष्टि
बीईओ पोद्दार ने बताया कि शिक्षकों द्वारा इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपी टीचर की मेडिकल जांच कराई गई है। उसमें पुष्टि हुई है कि प्रिंसिपल नशे की हालत में थे। आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ठकराहा थाने के प्रभारी अजय कुमार का कहना है कि आरोपी टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीएम नीतीश कुमार शराबबंदी के गिना चुके हैं फायदे
देखा जाए तो बिहार में शराबबंदी लागू है। उसके बाद भी राज्य भर में लगातार शराब पीने के आरोप में केस दर्ज हो रहे हैं। जहरीली शराब पीने से भी लोगों की मौतें हो रही हैं। सारण में बीते महीनों जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान शराबबंदी के फायदे गिनाए थे। उसका असर लोगों पर नहीं पड़ रहा है।