रेलवे में नौकरी के बदले जमीन (लैंड फॉर जॉब) घोटाले में लालू फैमिली पर शिकंगा कसता ही जा रहा है। बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव लालू लालू प्रसाद यादव के बेटे को CBI ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
पटना। रेलवे में नौकरी के बदले जमीन (लैंड फॉर जॉब) घोटाले में लालू फैमिली पर शिकंगा कसता ही जा रहा है। 10 मार्च को लालू के करीबियों के पटना, दिल्ली और मुंबई में 15 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने छापे मारे थे। इनमें RJD के पूर्व विधायक सैयद अबु दोजाना का फुलवारी शरीफ वाला घर भी शामिल था। अब बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव लालू लालू प्रसाद यादव के बेटे को CBI ने समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। हालांकि तेजस्वी ने आज(11 मार्च) को सीबीआई के सामने पेश होने में असमर्थता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वे अपनी बीमार पत्नी के साथ अस्पताल में हैं। इस बीच शुक्रवार की छापेमारी में बड़ी रकम और सोना जब्त हुआ है।
रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लालू यादब के करीबियों और रिश्तेदारों के ठिकानों पर रेड में 53 लाख रुपए, 1,900 अमेरिकी डॉलर, 540 ग्राम सोना और 1.5 किलोग्राम सोने के आभूषण के अलावा 1900 अमेरिकी डॉलर जब्त किए हैं। शुक्रवार को ED ने दिल्ली के तेजस्वी यादव के घर, लालू की तीन बेटियों हेमा, रागिनी और चंदा का घर भी छापा मारा था। वहीं, लालू के समधी जितेंद्र यादव के गाजियाबाद स्थित आवास पर भी छापा डाला गया था।
इसके अलावा RJD के पूर्व विधायक सैयद अबु दोजाना का फुलवारीशरीफ वाला घर भी शामिल था। दोजाना सीतामढ़ी के सुरसंड से विधायक रहे हैं। उन्हें वे लालू का बेहद करीबी माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुबह 6 बजे ED की टीम के 12 लोग दोजाना के घर पहुंचे। लालू के करीबी पूर्व MLA अबू दोजाना पेशे से बिल्डर हैं।
छापेमारी से नाराज लालू यादव ने दो टूक कहा कि संघ और भाजपा के विरुद्ध उनकी वैचारिक लड़ाई रही है। यह आगे भी रहेगी। उन्होंने कभी घुटने नहीं टेके। लालू ने कहा कि उनका परिवार और पार्टी का कोई भी व्यक्ति इनकी राजनीति के सामने झुकेगा नहीं।
उधर, लालू की बेटी रोहिणी आचार्या ने ED की कार्रवाई का वीडियो शेयर कर ट्वीट किया, 'सेप्टिक टैंक की खुदाई से गैस मिली। चाय बनाने के लिए मोदी साहब के लिए भर-भर ट्रक लेके गए हैं जमाई।'
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछले 14 घंटे से मोदी जी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के घर पर ED बैठा रखी है। उनकी गर्भवती पत्नी और बहनों को सताया जा रहा है। लालू प्रसाद यादव बुजुर्ग हैं, बीमार हैं, तब भी मोदी सरकार ने उनके प्रति मानवता नहीं दिखाई। अब पानी सिर के ऊपर से चला गया है।
यह मामला तब का है, जब 2004 से 2009 तक लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे। आरोप है कि उन्होंने कई लोगों को रेलवे में नौकरी देने के एवज में उनकी जमीनें अपने करीबियों या परिजनों के नाम लिखवा ली थीं। सीबीआई का आरोप है कि लालू प्रसाद यादव ने पटना में 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है। रेलवे में नौकरी के बदले बतौर रिश्वत जमीन देने के मामले की जांच सीबीआई कर रही है, जबकि इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है। सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें लालू के करीबी और पूर्व विधायक भोला यादव के अलावा ह्रदयानंद चौधरी का नाम शामिल है। भोला यादव लालू के ओएसडी रहे हैं।
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