छत्तीसगढ़ में ये साल चुनावी साल है इसके चलते पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इसी बीच सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज सीनियर नेता के दिए बयान ने राजनीतिक गलियारों में अलग अलग सियासी मायने निकलने लगे है। जानें उनके बयान के मायने।
बिलासपुर ( bilaspur news). छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसके पहले पार्टियां अपनी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी दौरान कांग्रेस पार्टी के एक सीनियर मंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है। उनके बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में अलग अलग मायने निकाले जा रहे है। दरअसल मंत्री ने कहा कि वे सीएम बनना चाहते है, पर जब तक वे पार्टी में है जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे पूरा करूंगा। फिलहाल उन्हें राज्य में स्वास्थ्य मंत्री पद दिया गया है। हालांकि कांग्रेस ने उनके इस बयान पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पर उनके इस बयान के अलग अलग मायने निकलने लगे है। बता दे कि कुछ समय पहले मंत्री ने बीजेपी की तारीफ में कुछ शब्द कहे थे।
"जब तक कांग्रेस में हूं" - टीएस बाबा
बिलासपुर में मीडिया को जवाब देते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैं सीएम बनना चाहता था और आगे भी मेरी ख्वाहिश मुख्यमंत्री बनने की है। हालांकि उन्होंने कहा कि जब तक वे कांग्रेस पार्टी में है तो पार्टी हाईकमान जो भी जिम्मेदारी देंगे उसे मैं पूरे कर्तव्य से निभाएंगे। टीएस ने कहा कि कांग्रेस उन्हें एमएलए, मिनिस्टर या प्रदेश प्रेसिडेंट जो भी कार्यभार सौंपेगी जब तक वह कांग्रेस मे हैं वे पूरी निष्ठा से काम करेंगे। उनके इसी बयान "जब तक कांग्रेस में हूं" के बाद से राजनीतिक गलियारों में अलग अलग चर्चाएं होने लगी है।
कई बार खुद की पार्टी से हो चुके है नाराज
प्रदेश में बाबा नाम से मशहूर मंत्री टीएस सिंहदेव की उनकी पार्टी से कई बार नाराजगी की खबरे सामने आ चुकी है। वे साल 2018 में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में सीएम पद के दावेदार भी थे। राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद पार्टी हाईकमान ने ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बदलने के निर्णय पर सहमति दी लेकिन टीएस बाबा को अंत तक सीएम पद नहीं दिया। इसके चलते वे नाराज भी हुए। उन्हें ग्रामीण पंचायत और हेल्थ विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। अपनी नाराजगी के चलते उन्होंने पंचायत मंत्रालय पद से इस्तीफा दे दिया। साथ ही अपने चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके है।
भाजपा और आरएसएस को कमजोर ना मानने की दी नसीहत
मंत्री टीएस ने अपने कई भाषणों में विपक्षी दल भाजपा पार्टी और आरएसस संगठन की तारीफ कर चुके है। बाबा कह चुके है कि यदि बीजेपी अकेले हो तो पार्टी को कमजोर माना जा सकता है लेकिन जब वह आरएसएस से मिल जाती है तो एक मजबूत संगठन बन जाती है। व्यक्तिगत हमलों से दूर रहने वाले नेता टीएस ने किसी भी पार्टी को इस संगठन को कमजोर नहीं समझने की नसीहत दे दी है।