छत्तीसगढ़ की सरकार ने महाकुम्भ में लगाई आस्था की डुबकी, क्या है खास?

Published : Feb 14, 2025, 02:39 PM IST
Chhattisgarh Governor and CM

सार

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित 166 सदस्यों ने प्रयागराज महाकुम्भ में स्नान किया। सीएम ने प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की और योगी आदित्यनाथ का आभार जताया।

देशभर से करोड़ों सनातनी प्रयागराज महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। वहीं भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का अपनी अपनी कैबिनेट के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान करने का सिलसिला जारी है। उत्तर प्रदेश और राजस्थान कैबिनेट के बाद अब छत्तीसगढ़ के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में 166 सदस्यीय दल त्रिवेणी संगम में स्नान करने पहुंचा। इसमें विपक्षी दल के विधायक भी बड़ी संख्या में शामिल रहे। मुख्यमंत्री विष्णु देव ने महाकुम्भ के दिव्य-भव्य आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने त्रिवेणी में डुबकी लगाने के साथ ही अपने प्रदेश की जनता के कल्याण और सुख-समृद्धि की कामना की। सीएम साय सेक्टर 7 स्थित छत्तीसगढ़ मंडप पहुंचकर अपने प्रदेश के श्रद्धालुओं का कुशलक्षेम जाना और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

साय ने सीएम योगी का जताया आभार पत्नी कौशल्या साय के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, राज्यपाल रमेन डेका, विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह, सांसद और विधायकगण महाकुम्भ 2025 में पवित्र स्नान के लिए अरैल घाट पहुंचे। यहां सभी ने मिलकर पवित्र संगम स्नान किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आज पूरे राज्य का मंत्रिमंडल, विधायक, सांसद और राज्यपाल संगम में आस्था की डुबकी लगाने आया है। हम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने हमें आमंत्रित किया। उन्होंने स्नान के उपरांत अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि आज तीर्थराज प्रयाग के त्रिवेणी संगम में तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए डुबकी लगाई एवं स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया। महाकुम्भ सनातन धर्म की दिव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा का महापर्व है, यहां आस्था अमृत बनकर आत्मा को ब्रह्म से जोड़ती है।

नदियों, वनों एवं ऋषि संस्कृति का प्रवाह है महाकुम्भ छत्तीसगढ़ सीएम ने अपने अगले पोस्ट में लिखा कि कुम्भ ऊर्जा का स्रोत है, कुम्भ मानवता का प्रवाह है, कुम्भ आध्यात्मिक चेतना है, कुम्भ आत्मप्रकाश का मार्ग है, कुम्भ जीवन की गतिशीलता है, कुम्भ सृष्टि में सभी संस्कृतियों का संगम है, कुम्भ प्रकृति एवं मानव जीवन का समन्वय है, कुम्भ नदियों, वनों एवं ऋषि संस्कृति का प्रवाह है। वहीं विष्णु देव साय की पत्नी कौशल्या साय ने कहा कि हमने मां गंगा का आशीर्वाद लिया। मैंने छत्तीसगढ़ राज्य की खुशहाली और समृद्धि के लिए गंगा, यमुना और सरस्वती मां से प्रार्थना की।

सौभाग्यशाली हूं जो महाकुम्भ में पवित्र स्नान का अवसर मिला : डॉ रमन सिंह छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सौभाग्यशाली है कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में, राज्यपाल सहित हम सभी सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के विधायक महाकुम्भ में पवित्र स्नान के लिए आए हैं, ताकि छत्तीसगढ़ की खुशहाली, शांति और समृद्धि बनी रहे। उन्होंने कहा कि केवल सौभाग्यशाली लोग ही 144 वर्षों बाद महाकुम्भ में पवित्र स्नान का अवसर प्राप्त करते हैं।

बता दें कि महाकुम्भ 2025 ने एक बार फिर दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में अपनी विशेष पहचान बनाई है। योगी सरकार ने इस विराट आयोजन के लिए विशेष तैयारियां की थीं, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा और स्नान की सुविधा मिल सकी। सुरक्षा, स्वच्छता और प्रबंधन के शानदार प्रयासों ने महाकुम्भ को ऐतिहासिक बना दिया है। न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के सनातन संस्कृति प्रेमियों को इस महाआयोजन ने एक सूत्र में बांधने का कार्य किया।

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