
Chhattisgarh Encounter: छत्तीसगढ़ में रविवार को हुए मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के जवानों ने 31 नक्सलियों का सफाया कर दिया। यह मुठभेड़ बस्तर क्षेत्र के बीजापुर जिले के जंगल में हुआ। सुरक्षा बलों के दो जवानों की जान गई है।
बस्तर क्षेत्र के जंगलों में यह बड़ा ऑपरेशन ट्रेंड कमांडो की 600 सदस्यीय टीम ने किया। इसकी योजना एक पखवाड़े से अधिक समय से बनाई जा रही थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे सुरक्षा बलों के लिए "बड़ी उपलब्धि" बताया है। इस ऑपरेशन के साथ ही 2025 में मारे गए माओवादियों की संख्या 81 हो गई है।
इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और बस्तर फाइटर्स के जवान शामिल थे। वे गुरुवार सुबह विभिन्न मार्गों से इंद्रावती नेशनल पार्क के इलाके के जंगल में घुसे थे। कमांडो की एक टुकड़ी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले से होते हुए जंगलों में दाखिल हुई। माओवादियों के कैंपिंग क्षेत्र तक पहुंचने में छत्तीसगढ़ पुलिस ने मदद की।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि रविवार सुबह करीब 8 बजे मांडेड और फरसेगढ़ पुलिस थाना क्षेत्रों की सीमा पर जंगली पहाड़ी पर भीषण गोलीबारी शुरू हुई थी। गोलीबारी शाम करीब 4 बजे तक चली। मुठभेड़ स्थल से वर्दी पहने 11 महिलाओं समेत 31 नक्सलियों के शव बरामद किए गए। घटनास्थल से एके-47, इंसास, एसएलआर और .303 राइफल और बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) समेत भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक भी बरामद किए गए।
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माओवादियों की पहचान सोमवार को की जाएगी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार मौके से मिले हथियारों को देखते हुए लगता है कि एक सीनियर नक्सली मारा गया है। पुलिस को सीनियर नक्सलियों के बारे में खास जानकारी थी। पिछले साल 4 अक्टूबर को बस्तर क्षेत्र में नारायणपुर-दंतेवाड़ा अंतर-जिला सीमा पर अबूझमाड़ इलाके में मुठभेड़ के बाद 38 नक्सली मारे गए थे।
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