छत्तीसगढ़ पुलिस की गुंडागर्दी के इस वायरल वीडियो ने सरकार पूरे महकमे की किरकिरी कराकर रखी हुई है। रायपुर में एक दबंग पुलिस इंस्पेक्टर ने आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर महिला के साथ बदसलूकी कर दी। उसके बाल पकड़की खींचा और धक्का दिया।
रायपुर. छत्तीसगढ़ पुलिस की गुंडागर्दी के इस वायरल वीडियो ने सरकार पूरे महकमे की किरकिरी कराकर रखी हुई है। रायपुर में एक दबंग पुलिस इंस्पेक्टर ने आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल में घुसकर महिला के साथ बदसलूकी कर दी। उसके बाल पकड़की खींचा और धक्का दिया। जब वीडियो सोशल मीडिया के जरिये वायरल हुआ, तब महिला सामने आई और बयान दर्ज कराने कालीबाड़ी स्थित विशेष अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति थाने पहुंची। इंस्पेक्टर हॉस्टल में जिस्मफरोशी का धंधा चलाने का आरोप लगा रहा था।
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महिला ने थाने में अपनी साथ हुई घटना का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया। पुलिस विभाग ने उसे आश्वासन दिया है कि इस पर जल्द एक्शन लिया जाएगा। जिस इंसपेक्टर पर यह आरोप लगा है उनका नाम राकेश चौबे है। वे ट्रैफिक विभाग में पोस्टेड हैं। उन पर आरोप है कि वे शराब पीकर पहुंचे थे। उन्होंने हॉस्टल की एक कर्मचारी पर वेश्यावृत्ति कराने का आरोप लगाया और फिर पीटना शुरू कर दिया। यह घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैप्चर हो गई। यह प्राइवेट गर्ल्स हॉस्टल देवेंद्र नगर में संचालित होता है। हमले के बाद पीड़िता ने पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने संपर्क किया। रायपुर के SSP प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि मामले पर तत्काल संज्ञान लेते हुए इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। हॉस्टल के मालिक ने कहा कि इंस्पेक्टर ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
पीड़ित महिला के साथ गर्ल्स हॉस्टल की संचालिका भी थाने पहुंचीं। इसकी शिकायत गंज थाने में दी गई है। शिकायत की प्रति को एसएसपी ऑफिस,ट्रैफिक ऑफिस समेत विशेष जनजाति थाने में दी गई है। पीड़िता के साथ बीजेपी प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास भी थाने पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है और यह साधारण मामला नहीं है। यह यौन उत्पीड़न का केस है। उन्होंने मामले में कोताही बरतने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी।
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